सोने और चांदी की वायदा कीमतों में तेजी लौट आई है. शुक्रवार की सुबह MCX पर सोने का दिसंबर वायदा 1% तक उछल गया और 76,504 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. गुरुवार को सोने का दिसंबर वायदा 75,724 रुपये पर बंद हुआ था, यानी आज सोना वायदा में 750 रुपये से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है. इस पूरे हफ्ते पर नजर डालें तो सोने का भाव अबतक 1,200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक बढ़ चुका है.
चांदी की कीमतों में भी शुक्रवार की सुबह जोरदार तेजी देखने को मिली है. चांदी का दिसंबर वायदा इंट्राडे में 3,400 रुपये प्रति किलो उछलकर 91,487 रुपये के भाव तक पहुंच गया. हालांकि अब ये अपने इंट्राडे हाई से नीचे फिसलकर 1,100 रुपये किलो की मजबूती के साथ 89,000 रुपये प्रति किलो के इर्द-गिर्द कारोबार कर रही है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. इस पूरे हफ्ते दबाव में कारोबार करने के बाद कॉमेक्स पर सोने का फरवरी वायदा 26 डॉलर की मजबूती के साथ 2,688 डॉलर प्रति आउंस के करीब ट्रेड कर रहा है. चांदी वायदा भी 1.5% से ज्यादा की तेजी के साथ 31.157 डॉलर प्रति आउंस पर ट्रेड कर रहा है.
इस पूरे हफ्ते सोने और चांदी की कीमतों में चाहे वो घरेलू हो या फिर अंतरराष्ट्रीय, एक दबाव देखने को मिला था. लेकिन आज एक बार फिर इन मेटल्स की चमक बढ़ी है, इसकी कुछ खास कारण हैं-
डॉलर की कमजोरी से सोने-चांदी की कीमतों को फायदा मिलता है. डॉलर इंडेक्स 106 के नीचे फिसल गया है, जिसकी वजह से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने और चांदी की कीमतों में इतनी जोरदार तेजी देखने को मिल रही है, डॉलर इंडेक्स फिलहाल 105.87 पर है.
दूसरी तरफ, ब्याज दरों में कटौती की कम होती उम्मीद के बीच अब ट्रेडर्स इस बात पर दांव लगा रहे हैं कि दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कम से कम चौथाई परसेंट की कटौती करेगा. अक्टूबर में अमेरिका की रिटेल महंगाई 2.8% रही है, जो अनुमान से ज्यादा है, जिससे रेट कट की उम्मीदें कम हो गई थी. अब डॉलर के नरम होने से रेट कट की उम्मीदें बढ़ गई हैं.
इजराइल-हिज्बुल्लाह के बीच सीजफायर के ऐलान का नुकसान सोने-चांदी की कीमतों को उठाना पड़ा है, बीते एक हफ्ते से इसकी कीमतों में गिरावट आ रही थी, लेकिन अब खबर ये आई है कि सीजफायर को लेकर लेबनान आर्मी और इजरायल के बीच तनातनी फिर शुरू हो गई है, दोनों ने एक दूसरे पर सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया है. इजरायल ने साउथ लेबनान में टैंक से हमला किया है.
रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के कारण भी गुरुवार और शुक्रवार को कीमतों में कुछ बढ़ोतरी देखने को मिली. रूस ने इस हफ्ते यूक्रेन पर अपना दूसरा सबसे बड़ा हमला किया है, जो कि यूक्रेन के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर किया गया था. रूस और यूक्रेन संकट ने सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने का रास्ता खोल दिया है.