जैसे जैसे देश में त्योहारों और शादियों के दिन करीब आ रहे हैं, सोने और चांदी की चमक दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. MCX पर सोना वायदा लगातार 7 दिनों से रोज नए रिकॉर्ड्स बना रहा है. मंगलवार 22 अक्टूबर को सोना के दिसंबर वायदा ने 78,689 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड हाई बनाया था, आज यानी 23 अक्टूबर को सोना इंट्राडे में 77,820 रुपये पर बंद हुआ है.
सोना वायदा में बीते 7 दिनों से जोरदार तेजी है, इन 7 ट्रेडिंग सेशन में हर रोज सोने ने नए रिकॉर्ड्स बनाए हैं, इन 7 दिनों में ही सोना करीब 2,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक महंगा हो चुका है. अगर पूरे महीने की बात करें तो सोना अबतक 3,100 रुपये से ज्यादा महंगा हो चुका है. अब बहस इस बात को लेकर है कि क्या सोने की कीमतें ऐसे ही चढ़ती रहेंगी और क्या सोना दिवाली तक 80,000 रुपये के पार जाएगा.
जहां तक चांदी का सवाल है, चांदी ने भी एक बार फिर MCX पर मंगलवार को 1 लाख रुपये प्रति किलो के भाव को पार किया है. मंगलवार को MCX पर चांदी के दिसंबर वायदा 1,00012 रुपये प्रति किलो तक पहुंचा है. चांदी ने ये ऊंचाई मंगलवार की रात मार्केट क्लोजिंग के ठीक पहले हासिल की है.
आज यानी 23 अक्टूबर को भी MCX पर चांदी का दिसंबर वायदा ₹1,00081/किलो तक पहुंचा है. एक बात यहां समझना जरूरी है कि चांदी का मार्च वायदा पहले ही 1 लाख रुपये को पार कर चुका है, हालांकि जो मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट है वो दिसंबर का है, जिसने मंगलवार को 1 लाख रुपये की ऊंचाई को पार किया है और यही अभी चांदी का बेंचमार्क है.
घरेलू बाजार में चांदी वायदा में इस साल अबतक 30,000 रुपये प्रति किलो से ज्यादा की तेजी आ चुकी है, परसेंट के लिहाज से देखें तो चांदी इस साल अबतक करीब 33% तक मजबूत हो चुकी है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चांदी की कीमतों में जोरदार तेजी है, ये 12 साल की ऊंचाई पर पहुंच चुका है. कॉमेक्स पर चांदी वायदा 35 डॉलर प्रति आउंस के पार निकल चुका है, चांदी में अंतरराष्ट्रीय बाजार में अबतक 40% की मजबूती आ चुकी है.
वायदा के अलावा फिजिकल मार्केट में भी सोने के दामों में भी तेजी है. इंडियन बुलियन ज्वेलरी एसोसिएशन यानी IBJA के मुताबिक 24 कैरेट गोल्ड का 23 अक्टूबर को भाव 78,703 रुपये है. जो कि 22 अक्टूबर को 78,251 रुपये प्रति 10 ग्राम था. इसी तरह चांदी का रेट 23 अक्टूबर को 99,151 रुपये प्रति किलो है, जबकि 22 अक्टूबर को ये 98,372 रुपये था.
अब सोने की कीमतों में तेजी क्यों है, इसके घरेलू और वैश्विक दोनों ही कारण है, एक नजर उन पर भी डालते हैं.
सोने और चांदी की कीमतों में रिकॉर्डतोड़ तेजी ऐसे समय पर आ रही है जब देश में शादियों का सीजन शुरू होने वाला है और त्योहारों की रौनक बाजार में दिखने लगी है. धनतेरस, दिवाली और शादी में वैसे भी सोने और चांदी की डिमांड बढ़ जाती है, ऐसे में लोगों को गोल्ड शॉपिंग पर ज्यादा खर्च करना पड़ेगा. भारत में शादियों के सीजन में जितनी खरादीरी होती है, वो पूरे साल होने वाली खरीदार का 50% है. इससे समझा जा सकता है कि वेडिंग सीजन में सोने की कितनी डिमांड रहती है, ऐसे में कीमतें बढ़ जाती है.
घरेलू बाजार में सोने की कीमतों पर वैश्विक कारणों का ज्यादा असर है, सबसे बड़ा फैक्टर है अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव, क्योंकि इस चुनाव को लेकर अब बाजार में अनिश्चितता फैल गई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है. कई सारे पोल्स में डोनल्ड ट्रंप आगे चल रहे हैं तो कई में कमला हैरिस ने बढ़त बनाई हुई है. यानी दोनों के बीच कड़ी टक्कर है.
भले ही अमेरिका की 10 साल की बॉन्ड यील्ड 4.2% के पार निकल गई है, जिससे इस बात की आशंका बढ़ जाती है कि फेड दरों में कटौती को थोड़ा धीमा कर सकता है, बावजूद इसके निवेशक इस साल रेट कट की उम्मीद लगाए बैठे हैं. जब ब्याज दरों में कटौती होती है तो सोने की कीमतें ऊपर चढ़ती हैं.
मिडिल ईस्ट में तनाव शांत नहीं हो रहा है. इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ा है. किसी भी तरह की सुलह की गुंजाइश नहीं दिखने से निवेशक एक सुरक्षित निवेश की ओर रुख कर रहे हैं, जो कि सोना है. इससे सोने की खरीदारी बढ़ी है.