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बिटकॉइन ने 2022 के बाद पहली बार पार किया 35,000 डॉलर का लेवल, क्या है वजह?

बिटकॉइन के बाद दूसरा सबसे बड़ा टोकन ईथर, मंगलवार को 6% उछलकर $1,800 के ऊपर निकल गया
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी03:24 PM IST, 24 Oct 2023NDTV Profit हिंदी
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एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) से डिमांड बढ़ने की उम्मीदों के बीच बिटकॉइन (Bitcoin) नई ऊंचाई पर पहुंच गया है. मई 2022 के बाद पहली बार दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी बिटकॉइन ने 35,000 डॉलर का स्तर पार किया.

35,000 डॉलर के पार कैसे पहुंचा बिटकॉइन

बिटकॉइन में मंगलवार को 11.5% की जोरदार तेजी देखने को मिली, जिससे ये 35,000 डॉलर तक उछल गया. हालांकि इसके बाद ये लंदन में सुबह 7:25 बजे तक लाइफ टाइम हाई से फिसलकर 33,918 पर ट्रेड कर रहा था.

खबर ये है कि अमेरिका के पहले स्पॉट बिटकॉइन ETF को आने वाले हफ्तों में मंजूरी मिल सकती है, जिससे बिटकॉइन में सट्टेबाजी का बाजार गर्म हो गया. एसेट मैनेजर ब्लैकरॉक और फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स ऐसे प्रोडक्ट्स को लाने की होड़ में शामिल हैं. डिजिटल-एसेट बुल्स का तर्क है कि ETFs से क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने का दायरा बढ़ेगा.

कोर्ट के इस फैसले से आई तेजी

बिटकॉइन ETF को लेकर अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने आपत्तियां जताई थीं, लेकिन कोर्ट ने इन आपत्तियों को दरकिनार करते हुए ग्रेस्केल इन्वेस्टमेंट्स के पक्ष में फैसला सुनाया. ग्रेस्केल ने अपने ट्रस्ट को एक ETF में बदलने का प्रस्ताव दिया था, जिसे SEC ने ठुकरा दिया था. कोर्ट के सामने SEC ये समझाने में विफल रही कि उसने तब ऐसे ही प्रोडक्ट्स को मंजूरी क्यों दी. SEC का तर्क था कि ETF बेस्ड बिटकॉइन से फ्रॉड की निगरानी करना मुश्किल हो जाएगा.

ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस ETF एनालिस्ट एरिक बालचुनास ने ट्विटर पर लिखा कि आईशेयर (iShares) बिटकॉइन ट्रस्ट को टिकर IBTC के साथ "DTCC पर लिस्ट किया गया है. ब्लैकरॉक, दुनिया का सबसे बड़ा एसेट मैनेजर, iShares के बिजनेस को चलाता है. DTCC डिपॉजिटरी ट्रस्ट एंड क्लियरिंग कॉर्प है, जो अमेरिकी बाजारों में डिपॉजिटरी और सेटलमेंट का काम देखती है.

बालचुनास ने एक इंटरव्यू में कहा कि इसका मतलब ये नहीं है कि ये तकनीकी रूप से मंजूर है, ये होम फ्री नहीं है, लेकिन ये काफी हद तक हर उस बॉक्स की चेक करने की तरह है, जिसे आप ETF लॉन्च करने से पहले करते हैं. जब हम कोई टिकर जुड़ा हुआ देखते हैं तो वो चीजें आमतौर पर लॉन्च से ठीक पहले की होती हैं.

ईथर समेत दूसरे कॉइन में भी तेजी

ETF को लेकर मचे शोर की वजह से पिछले हफ्ते की शुरुआत में भी बिटकॉइन में इंट्राडे में 10% का उछाल देखने को मिला, इस मौके पर एक गलत रिपोर्ट कि ब्लैकरॉक को एक फंड लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है, इसमें जोरदार तेजी आई, लेकिन जब सच्चाई पता चली तो ये रैली भी ठंडी पड़ गई.

बिटकॉइन के बाद दूसरा सबसे बड़ा टोकन ईथर, मंगलवार को 6% उछलकर $1,800 के ऊपर निकल गया. इसी तरह BNB, XRP और मीम-क्राउड के पसंदीदा Dogecoin जैसे छोटे कॉइन नरम होने से पहले शुरू में तेजी से चढ़े. कॉइनग्लास डेटा से पता चलता है कि करीब 387 मिलियन डॉलर वैल्यू की क्रिप्टो ट्रेडिंग पोजीशन, ज्यादातर सट्टेबाजों से जो कम भाव पर बेटिंग कर रहे थे, पिछले 24 घंटों में खत्म हो गईं.

$69,000 के स्तर से अब भी काफी नीचे

SEC ने पहले ही बिटकॉइन और ईथर फ्यूचर्स रखने वाले ETFs को मंजूरी दी हुई है, लेकिन एजेंसी ने पिछले साल बाजार में गिरावट और FTX एक्सचेंज के बैंकरप्सी जैसे झटकों के बाद, जिसके को-फाउंडर सैम बैंकमैन-फ्राइड पर धोखाधड़ी का मुकदमा चल रहा है, क्रिप्टो पर सख्ती तेज कर दी है.

हालांकि बिटकॉइन अब भी अपने प्री-पैनडेमिक 2021 के करीब 69,000 डॉलर की ऊंचाई से काफी नीचे है. बिटकॉइन पर बढ़ती ब्याज दरों का असर पड़ा है, जिसने जोखिम वाले एसेट्स की डिमांड को कम कर दिया है. शेयर, बॉन्ड और गोल्ड जैसे एसेट्स के साथ टोकन का संबंध हाल ही में काफी कम हो गया है, जिससे ये सवाल भी अब उठने लगा है कि क्या मेनस्ट्रीम इन्वेस्टर्स अब छिटक गए हैं.

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