बिटक्वाइन ने एक बार निवेशकों की झोली भर दी है. ETF के जरिए निवेशकों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिला है, साथ ही माइक्रोस्ट्रैटेजी की ओर से भारी भरकम खरीदारी के चलते बिटक्वाइन की कीमतों ने एक बार फिर नई ऊंचाई को छू लिया है.
मंगलवार की सुबह को बिटक्वाइन की कीमतें साल 2021 के अंत के बाद पहली बार 57,000 डॉलर के पार निकल गई हैं. अमेरिका के ट्रेडिंग सेशन में 5% उछलने के बाद मंगलवार को सुबह सिंगापुर में दुनिया के इस सबसे बड़े डिजिटल एसेट में 4.4% की तेजी देखने को मिली और ये 57,039 डॉलर तक चला गया.
बिटक्वाइन को लेकर तमाम विवादों और उठापक के बावजूद निवेशकों के मन में इसे लेकर आकर्षण बढ़ रहा है, यही वजह है कि इस साल की शुरुआत से ही बिटक्वाई के भाव 30% तक बढ़ चुके हैं, जिसने एक लंबी रैली को आगे बढ़ाया है. जिसकी वजह से ईथर और BNB जैसे छोटे टोकनों को लेकर भी निवेशकों के बीच एक चाहत पैदा की है.
11 जनवरी को अमेरिका में बिटक्वाइन में ETF के जरिए निवेश की शुरुआत की गई थी, ETF के एक बैच में 5.6 बिलियन डॉलर का निवेश आया है, जो इस बात को दर्शाता है कि कमिटेड डिजिटल एसेट उत्साही लोगों से परे भी इसकी मांग में जबरदस्त इजाफा हुआ है. टोकन की सप्लाई में होने वाली कमी, जो कि पहले के मुकाबले आधी हो रही है, इसने टोकन को लेकर आशावादी माहौल बनाया है.
एक एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोस्ट्रैटजी, जो कि अपनी कॉरपोरेट रणनीति के हिस्से के रूप में बिटक्वाइन को खरीदती है, इसने कहा कि उसने इस महीने 3,000 या इससे भी ज्यादा टोकन खरीदने हैं, कंपनी के पास अब बिटक्वाइन के रूप में करीब 10 बिलियन डॉलर की संपत्ति है.
कॉइनगेको (CoinGecko) के मुताबिक, डिजिटल एसेट्स संयुक्त मूल्य अब लगभग 2.2 ट्रिलियन डॉलर है, जबकि 2022 के गिरावट भरे बाजार के दौरान ये करीब 820 बिलियन डॉलर तक फिसल गया था, जब FTX और दूसरे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म बिखर गए थे.
डिजिटल टोकन में तेजी आ रही है, भले ही निवेशकों ने इस साल मॉनिटरी पॉलिसी में किसी तरह की नरमी को लेकर अपनी उम्मीदें कम कर ली हैं. फंडस्ट्रैट ग्लोबल एडवाइजर्स के डिजिटल-एसेट स्ट्रैटेजी के प्रमुख सीन फैरेल ने एक नोट में लिखा है कि क्रिप्टो में तेजी ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद सामने आ रही है. बिटक्वाइन ने इस साल शेयर मार्केट और सोने जैसी पारंपरिक एसेट्स से बेहतर प्रदर्शन किया है.