WazirX के सबसे बड़े निवेशक Zettai ने सिंगापुर की एक कोर्ट में मोरेटोरियम की अपील दायर की है. कंपनी की तरफ से कोर्ट में दायर शपथ पत्र से मामले से जुड़ी जानकारी मिली है.
दरअसल 18 जुलाई को WazirX का क्रिप्टो एक्सचेंज हैक हो गया था, जिसके बाद कुल 234.9 मिलियन डॉलर (करीब 2000 करोड़ रुपये) की चोरी की बात सामने आई थी.
अब मोरेटोरियम दायर कर Zettai ने कोर्ट से अतिरिक्त वक्त मांगा है, ताकि कंपनी के खिलाफ क्रिप्टो निकासी रोकने पर कानूनी कार्रवाई आगे ना बढ़ाई जा सके. इस दौरान कंपनी अपने फंड्स की रीस्ट्रक्चरिंग करेगी.
Zettai का कहना है कि यूजर्स का क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस रीएडजस्ट करने के लिए वक्त की जरूरत है, ताकि कंपनी की वित्तीय हालात को स्थिर किया जा सके और किसी दूसरी समस्या को पैदा होने से रोका जा सके.
घटना के बाद WazirX के निवेशकों में बड़ी चिंता पैदा हो गई थी. वे कंपनी की तरफ से फंड रीस्ट्रक्चरिंग के प्रयासों का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.
कंपनी ने इन्सॉल्वेंसी लॉ के तहत मोरेटोरियम की अपील दायर की है. बता दें 18 जुलाई को ही चोरी के बाद WazirX ने फिलहाल INR और क्रिप्टो विड्रॉल पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है.
कंपनी का अनुमान है कि रीस्ट्रक्चरिंग होने में कम से कम छह महीने लग सकते हैं. इससे पहले 23 अगस्त को WazirX ने कोर्ट से अपील में कहा था कि कंपनी की सहमति के बिना कोई भी कानूनी कार्रवाई शुरू ना की जाए.