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2008 में आई गिरावट का पूर्वानुमान लगाने वाले एनालिस्ट जिम वॉकर ने कहा- 'भारतीय स्टॉक खरीदने का ये बेहतरीन समय है'

जिम वॉकर 2008 के वैश्विक संकट का पूर्वानुमान लगाने वाले एनालिस्टों में से एक थे. उन्होंने NDTV प्रॉफिट को दिए इंटरव्यू में कहा, 'अगले तीन, पांच या 10 वर्षों के लिए भारत में स्टॉक खरीदने का ये एक बढ़िया समय है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी01:13 PM IST, 21 Mar 2025NDTV Profit हिंदी
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एलेथिया कैपिटल के मुख्य अर्थशास्त्री जिम वॉकर (Jim Walker) के मुताबिक 2025 में अब तक की मंदी के बावजूद भारतीय इक्विटी बाजार दुनियाभर में सबसे आकर्षक बाजारों में से एक बना हुआ है. जिम वॉकर 2008 के वैश्विक संकट का पूर्वानुमान लगाने वाले एनालिस्ट में से एक थे.

वॉकर ने NDTV प्रॉफिट को दिए इंटरव्यू में कहा, 'अगले तीन, पांच या 10 वर्षों के लिए भारत में स्टॉक खरीदने का ये एक बढ़िया समय है. उन्होंने कहा कि भारतीय शेयर बाजार एशिया में 'सबसे अच्छा प्रॉफिट साइकल' है. वॉकर की ये टिप्पणी भारतीय सूचकांकों में भारी गिरावट के बीच आई है, बेंचमार्क NSE निफ्टी 50 और BSE सेंसेक्स अभी भी सितंबर के हाई लेवल से लगभग 12% नीचे हैं.

जिम वॉकर ने कहा कि देश के मजबूत आर्थिक आउटलुक को देखते हुए हालिया सुधार भारतीय बाजार से निवेशकों को दूर नहीं करेगा. उन्होंने कहा, 'वियतनाम के अलावा इस क्षेत्र में कोई भी अन्य देश भारत जितना अच्छा नहीं दिखता है. उन्होंने कहा कि ये भारतीय शेयरों में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों द्वारा दिखाए गए विश्वास के पीछे एक कारण था.

वॉकर के मुताबिक, भारत के लिए मैक्रोइकॉनॉमिक आउटलुक स्थिर है और भारत 'पिछले 35 वर्षों में इससे बेहतर स्थिति में नहीं दिखा है. उन्होंने डीरेगुलशन हटाने और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठाने के लिए भारत सरकार की सराहना की. उन्होंने कहा कि बेहतर आर्थिक आउटलुक, जो उच्च कॉरपोरेट आय में भी योगदान देगा. घरेलू अर्थव्यवस्था का बड़ा साइज भारत और चीन के निवेशकों के ध्यान में बने रहने के पीछे एक कारण है.

वॉकर ने बताया कि 2025 में अब तक के शानदार रिटर्न के बावजूद चीन के शेयर बाजार की ओर निवेशकों की दौड़ देखने को नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा, 'मुझे चीन में निवेश के लिए बहुत अधिक उत्साह की उम्मीद नहीं है. फंड मैनेजरों को अपना निवेश बढ़ाने के लिए लगभग छह महीने तक बेहतर प्रदर्शन करना पड़ता है.

'भारत में दरों में कटौती की गुंजाइश'

वॉकर का मानना ​​है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों में और कटौती देश के इक्विटी बाजार के लिए शुभ संकेत है. उन्होंने कहा कि भारत में मौद्रिक नीति 'अच्छी तरह से मैनेज' की गई है. महंगाई का आउटलुक संयुक्त राज्य अमेरिका से बेहतर है. उन्होंने कहा, 'भारत में दरों में कटौती की काफी गुंजाइश है. हमारे विचार से दरों में 75-100 बेसिस प्वाइंट्स की और कटौती होने वाली है.

फिलहाल, वॉकर की टॉप सेक्टोरल पसंद कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर स्टेपल और कंज्यूमर ड्यूरेबल हैं.

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