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ACME सोलर की फीकी लिस्टिंग, NSE पर 13.2% डिस्काउंट के साथ 251 रुपये पर लिस्ट

कंपनी ने 5 नवंबर को एंकर निवेशकों से 1,300.5 करोड़ रुपये जुटाए हैं. अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी मॉनसून को सबसे ज्यादा 6.15% आवंटन मिला.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी10:14 AM IST, 13 Nov 2024NDTV Profit हिंदी
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रिन्यूअल एनर्जी कंपनी एक्मे सोलर (ACME सोलर) होल्डिंग्स की शेयर बाजार में खराब लिस्टिंग हुई है. BSE पर ये 10.4% डिस्काउंट के साथ 259 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ है, जबकि NSE पर इसकी लिस्टिंग 13.2% डिस्काउंट के साथ 251 रुपये प्रति शेयर पर हुई है. इसका इश्यू प्राइस 289 रुपये था.

IPO आखिरी दिन तक 2.75 गुना भरा 

6-8 नवंबर के बीच खुले इस IPO को पहले दिन फीका रिस्पॉन्स मिला और ये सिर्फ 39% ही भर पाया. आखिरी दिन तक ये 2.75 गुना भर पाया था. इसमें भी संस्थागत निवेशकों ने ज्यादा खरीदारी की थी.

कंपनी ने 5 नवंबर को एंकर निवेशकों से 1,300.5 करोड़ रुपये जुटाए हैं. कंपनी ने 58 एंकर निवेशकों को 289 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 4.5 करोड़ शेयर आवंटित किए है. अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी मॉनसून को सबसे ज्यादा 6.15% आवंटन मिला.

मिरे एसेट मिडकैप फंड मिरे AMF, SBI लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी को 5.37% का दूसरा सबसे बड़ा आवंटन मिला और निप्पॉन लाइफ इंडिया ट्रस्टी-A/सC निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड को कंपनी में 2.38% हिस्सेदारी मिली.

IPO में 2,395 करोड़ रुपये तक के 8.28 करोड़ इक्विटी शेयरों के नए शेयर शामिल हैं. कंपनी के पास प्रोमोटर एक्मे क्लीनटेक सॉल्यूशंस के साथ 505 करोड़ रुपये तक के 1.74 करोड़ इक्विटी शेयरों का OFS भी है. IPO का प्राइस बैंड 275-289 रुपये प्रति शेयर है. अपर प्राइस बैंड पर कंपनी का मार्केट कैप 17,487 करोड़ रुपये बैठता है. कुल IPO साइज में से, 75% QIP के लिए, 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर के लिए और शेष 10% रिटेल इंडिविजुअल इन्वेस्टर के लिए रिजर्व है.

पैसों का इस्तेमाल कहां होगा

IPO से जुटाई गई रकम में से कंपनी 1,795 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कुछ बकाया उधारों को चुकाने के लिए करेगी, बाकी पैसों का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट खर्चों के लिए किया जाएगा.

क्या है कंपनी का बिजनेस

जून 2015 में बनी ये कंपीन बड़े पैमाने पर रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के डेवलपमेंट, कंस्ट्रक्शन, ओनरशिप, संचालन और रखरखाव में माहिर है. कंपनी भारत में विंड और सोलर एनर्जी से बिजली के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है.

वित्त वर्ष 2024 तक कंपनी की सोलर एनर्जी परियोजनाओं में कुल ऑपरेशन परियोजना क्षमता 1,320 मेगावाट थी. इसके अलावा, कपनी की 1,650 मेगावाट की परियोजना क्षमता है, जिसमें 1,500 मेगावाट सोलर एनर्जी परियोजनाएं और 150 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं.

इसके अलावा, FY2024 तक कंपनी की अंडरकंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट क्षमता कुल 2,380 मेगावाट है. इसमें 300 मेगावाट की सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स, 830 मेगावाट की हाइब्रिड बिजली परियोजनाएं और 1,250 मेगावाट की फर्म और डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी या FDRE पावर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.

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