डिफ्यूजन इंजीनियर्स (Diffusion Engineers) का इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज यानी गुरुवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है. कंपनी ने इसके जरिए 158 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. ये फ्रेश इश्यू होगा. इसमें कोई ऑफर फॉर सेल कंपोनेंट शामिल नहीं है. IPO का प्राइस बैंड 159-168 रुपये/शेयर पर तय किया गया है. ये 30 सितंबर को बंद होगा.
लिस्टिंग 4 अक्टूबर को होने की उम्मीद है. प्राइस बैंड के अपर एंड पर कंपनी की मार्केट वैल्यू 629 करोड़ रुपये है.
इश्यू खुला: 26 सितंबर
इश्यू बंद होगा: 30 सितंबर
इश्यू प्राइस: 159-168 रुपये/ शेयर
फ्रैश इश्यू: 158 करोड़ रुपये
कुल इश्यू साइज: 158 करोड़ रुपये
मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के विस्तार के लिए कैपिटल खर्च की फंडिंग
नए मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की शुरुआत
वर्किंग कैपिटल की जरूरत के लिए फंडिंग
सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्य
कंपनी की शुरुआत साल 1982 में की गई थी. ये वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स, वियर प्लेट्स और वियर पार्ट्स और कोर इंडस्ट्रीज के लिए हैवी इंजीनियरिंग मशीनरी की मैन्युफैक्चरिंग के बिजनेस में शामिल है.
कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में सुपरकंडिशनिंग प्रोसेस, मशीन कंपोनेंट्स के लिए सर्फेस ट्रीटमेंट सॉल्यूशन उपलब्ध करती है जो वियर रसिस्टेंस बढ़ाते हैं, स्ट्रेस घटाते हैं और रिपेयरबिलिटी में सुधार करते हैं जिससे उनका लाइफस्पेन बढ़ता है और प्रोडक्शन की लागत घटती है.
मौजूदा समय में कंपनी चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स से ऑपरेट करती है. इनमें से यूनिट्स I, II और III नागपुर के नागपुर इंडस्ट्रीयल एरिया में स्थित हैं. जबकि यूनिट IV नागपुर के खपरी में है.
कंपनी अपनी सेल्स के लिए घरेलू बाजार पर निर्भर है. कोई गिरावट आने पर इसके मार्केट शेयर को नुकसान पहुंच सकता है.
कंपनी का कुछ वित्त वर्षों में नेगेटिव कैश फ्लो रहा है.
कंपनी का बिजनेस वर्किंग कैपिटल इंटेंसिव है. उसके ऑपरेशंस के किसी अपर्याप्त कैश फ्लो या अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेने की क्षमता न होने से बिजनेस और ऑपरेशंस पर बुरा असर पड़ सकता है.
डिफ्यूजन इंजीनियर्स का ग्रे मार्केट प्रीमियम 25 सितंबर को रात 11:30 बजे 80 रुपये था. ये IPO प्राइस के मुकाबले 47.62% गेन दिखाता है. ये डेटा Investorgain के मुताबिक है. GMP के आधार पर इसका अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 248 रुपये/ शेयर है.
GMP शेयर के लिए आधिकारिक प्राइस नहीं होता और ये सिर्फ अनुमान पर आधारित होता है.