डिफ्यूजन इंजीनियर्स (Diffusion Engineers) की शेयर बाजार में अच्छी शुरुआत हुई है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ये 15.18% प्रीमियम के साथ 193.5 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुई है, जबकि BSE पर इसकी लिस्टिंग 11.9% प्रीमियम के साथ 188 रुपये प्रति शेयर पर हुई है. इश्यू प्राइस 168 रुपये था.
कंपनी के IPO को 114.49 गुना सब्सक्राइब किया गया था. IPO 26 सितंबर को खुला और 30 सितंबर को बंद हुआ था. कंपनी की योजना IPO के जरिए 158 करोड़ रुपये तक जुटाने की थी. ये फ्रेश इश्यू था. इसमें कोई ऑफर फॉर सेल (OFS) कंपोनेंट शामिल नहीं था. IPO का प्राइस बैंड 159-168 रुपये/शेयर पर तय किया गया था. प्राइस बैंड के अपर एंड पर कंपनी की मार्केट वैल्यू 629 करोड़ रुपये थी.
कंपनी की शुरुआत साल 1982 में की गई थी. ये वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स, वियर प्लेट्स और वियर पार्ट्स और कोर इंडस्ट्रीज के लिए हैवी इंजीनियरिंग मशीनरी की मैन्युफैक्चरिंग के बिजनेस में है.
कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में सुपरकंडिशनिंग प्रोसेस, मशीन कंपोनेंट्स के लिए सर्फेस ट्रीटमेंट सॉल्यूशन उपलब्ध कराती है जो वियर रेसिस्टेंस बढ़ाते हैं, स्ट्रेस घटाते हैं और रिपेयरबिलिटी में सुधार करते हैं जिससे वो लंबे समय तक चलते हैं और इनको बनाने में लागत भी कम आती है.
मौजूदा समय में कंपनी चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स से ऑपरेट करती है. इनमें से यूनिट्स I, II और III नागपुर के नागपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित हैं. जबकि यूनिट IV नागपुर के खपरी में है.
मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के विस्तार के लिए
नए मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी को शुरु करने के लिए
वर्किंग कैपिटल की जरूरत के लिए फंडिंग
सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों को पूरा करने में