एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स (Enviro Infra Engineers) की शेयर बाजार में शानदार शुरुआत हुई है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ये 48.7% प्रीमियम के साथ 220 रुपये/शेयर पर लिस्ट हुई है, जबकि BSE पर इसकी लिस्टिंग 47.3% प्रीमियम के साथ 218 रुपये/शेयर पर हुई है. अपर बैंड पर IPO का इश्यू प्राइस 148 रुपये था.
इश्यू 26 नवंबर को बंद हुआ था. इसे 89.9 गुना सब्सक्राइब किया गया था. IPO में 572.46 करोड़ रुपये का शेयरों का फ्रैश इश्यू और 77.96 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल शामिल रहा. कंपनी ने IPO खुलने से एक दिन पहले एंकर निवेशकों से 195 करोड़ रुपये का राशि जुटाई थी.
IPO से मिलने आय में से 181 करोड़ रुपये का उपयोग वर्किंग कैपिटल जरूरत को पूरा करने के लिए किया जाएगा. 120 करोड़ रुपये का इस्तेमाल लोन चुकाने के लिए किया जाएगा.
कंपनी उत्तर प्रदेश के मथुरा में 60 MLD सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के लिए अपनी सहायक कंपनी EIEL मथुरा इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट में 30 करोड़ रुपये लगाएगी.
इसके अलावा एक हिस्से का इस्तेमाल अधिग्रहण और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के माध्यम से अकार्बनिक डेवलपमेंट को पैसे देने के लिए किया जाएगा.
एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स सरकारी अथॉरिटीज और निकायों के लिए जल और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर सप्लाई स्कीम प्रोजेक्ट्स के डिजाइन, कंस्ट्रक्टिंग, ऑपरेटिंग और रखरखाव में लगी हुई है.
कंपनी ने पिछले सात वर्षों में देशभर में 26 वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और वाटर और सैनिटेशन सेक्टर की प्रोजेक्ट्स पूरी की हैं, जिनमें 31 दिसंबर, 2023 तक 10 MLD और उससे अधिक क्षमता वाले 20 प्रोजेक्ट्स शामिल हैं.
प्री-IPO दस्तावेजों में साझा किए गए नए वित्तीय रिकॉर्ड के मुताबिक, 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त नौ महीने की अवधि के लिए एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स की कुल आय 4,285 करोड़ रुपये थी. वित्त वर्ष 2023 में, आय 3,381 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2,235 करोड़ रुपये से अधिक थी.
कंपनी का मुनाफा वित्त वर्ष 2022 में 345 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में 550 करोड़ रुपये हो गया, हालांकि, इसने 2021 में 86 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया.