मामाअर्थ (MamaEarth) और द डर्मा कंपनी (The Derma Co.) जैसे FMCGs ब्रैंड्स की मूल कंपनी होनासा कंज्यूमर (Honasa Consumer Ltd.) ने मंगलवार को अपना IPO पेश किया है, जिसका प्राइस बैंड 308-324 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. तीन दिन बाद 2 नवंबर को IPO इश्यू बंद होगा.
पब्लिक इश्यू से कंपनी 1,700 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाना चाहती है. इस IPO में सिर्फ 365 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर्स हैं, यानी ये पैसा कंपनी के पास जाएगा, जबकि बाकी पैसे मौजूदा प्रोमोटर्स और इन्वेस्टर्स के खाते में जाएंगे. प्रोमोटर्स, इन्वेस्टर्स और अन्य शेयरहोल्डर्स OFS के जरिए 4.12 करोड़ इक्विटी शेयर्स बेच रहे हैं.
शेयर प्राइस बैंड के उच्च स्तर के आधार पर, होनासा कंज्यूमर का मार्केट कैपिटलाइजेशन 10,425 करोड़ रुपये होगा.
चूंकि 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए प्रति शेयर आय निगेटिव है, इसलिए कंपनी का प्राइस-टू-इक्विटी रेश्यो सुनिश्चित नहीं किया जा सकता.
कंपनी ने FMCG सेक्टर में ब्यूटी और पर्सनल केयर (BPC) सेगमेंट में पूंजी लगाने पर फोकस किया है.
ग्लोबल स्तर पर लिस्टेड FMCG कंपनियों के विश्लेषण से पता चलता है कि विशुद्ध रूप से BPC कंपनियों का वैल्युएशन दूसरी तमाम तरह की FMCG कंपनियों के मुकाबले प्रीमियम पर है.
ब्रोकिंग कंपनी StoxBox के मुताबिक FY24 EPS के आधार पर, कंपनी IPO के लिए 97 गुना का वैल्युएशन मांग रही है. अगर हम सभी पॉजिटिव फैक्टर्स को एक पल के लिए एकतरफ रख दें तो ये वैल्युएशन बहुत ज्यादा है. ऐसा लगता है कि कंपनी अपने अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर इस ऊंचे वैल्युएशन को सही मान रही है.
StoxBox ने इसके लिए 'Avoid' की रेटिंग दी है. इसने अपने एक नोट में कहा है कि भविष्य में कंपनी जब अपना मुनाफा बढ़ाएगी और वैल्युएशन वाजिब होगा तब इसकी फिर से समीक्षा की जाएगी.
दूसरी ओर, एमके रिसर्च (Emkay Research) के विश्लेषकों ने 3 स्थितियों (Scenarios) के लिए स्टॉक की वैल्यू आंकी है:
परिदृश्य 1: आकर्षक (Attractive), ऐसी स्थिति जिसमें कंपनी अगले 3 साल में अपना कारोबार दोगुना करना चाहती है.
परिदृश्य 2: उचित (Fair), ऐसी स्थिति जिसमें कंपनी ~10% पर एबिटा मार्जिन के साथ 20% रेवेन्यू CAGR दर्ज करेगी.
परिदृश्य 3: महंगा (Expensive), ऐसी स्थिति जिसमें रेवेन्यू CAGR ~10% और एबिटा मार्जिन ~6% होगा.
एमके रिसर्च ने एक नोट में कहा, 'होनासा का प्रोडक्शन पूरी तरह से आउटसोर्सिंग पर निर्भर है, ऐसे में Ebitda का फ्लो ठीक रहने की संभावना है. 70% से अधिक के ग्रॉस मार्जिन के साथ, कंपनी ऑपरेशंस बढ़ाकर प्रॉफिटैबिलिटी में सुधार करना चाहती है.'
इसने आगे लिखा, 'ऑफलाइन एक्सपेंशन से कारोबार तेजी से बढ़ने की संभावना है, इससे कंपनी को अपने ब्रैंड्स के लिए हेल्दी ग्रोथ बनाए रखने में मदद मिल रही है.'
जून 2023 तक D2C यूनिकॉर्न ने 24.7 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था, जबकि रेवेन्यू 464 करोड़ रुपये था. मामाअर्थ की पैरेंट कंपनी होनासा को गजल अलघ और उनके पति वरुण अलघ ने 2016 में शुरू किया था. मामाअर्थ बेबीकेयर, स्किन केयर और ब्यूटी सेगमेंट में बड़ा नाम बन चुकी है मामाअर्थ को यूनिकॉर्न का स्टेटस भी मिल चुका है.
फाइनेंशियल ईयर 2023 में कंपनी को 151 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. FY22 में कंपनी को 14.44 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था. हालांकि, FY23 में ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालभर पहले के मुकाबले 58% बढ़कर 1492.75 करोड़ रुपये हो गया है. ये ऑपरेटिंग प्रॉफिट FY22 के मुकाबले 58% ज्यादा है.