ह्युंदई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) का 27,870 करोड़ रुपये का मेगा IPO मंगलवार, 15 अक्टूबर से खुल जाएगा. निवेशकों के पास इस IPO में पैसा लगाने के लिए 17 अक्टूबर तक का वक्त होगा. इस भारी भरकम IPO को लेकर ग्रे मार्केट में भी जबरदस्त हलचल है. बुधवार, दोपहर 1:55 बजे तक कंपनी के शेयर 38 रुपये के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के साथ ट्रेड कर रहे थे, जो 1,960 रुपये के अपर प्राइस बैंड से सिर्फ 1.94% प्रीमियम पर ही है.
देखने वाली बात ये है कि दो हफ्ते पहले जब अनलिस्टेड मार्केट में इस शेयर की ट्रेडिंग शुरू हुई थी, तब ये 570 रुपये के GMP पर था, यानी वहां से इसमें काफी बड़ी गिरावट आ चुकी है.
ह्यंदई का ये IPO कई मायनों में खास है, क्योंकि ये देश का सबसे बड़ा IPO है, साथ ही मारुति सुजुकी की लिस्टिंग के बाद दो दशकों में IPO लाने वाली ऑटोमेकर कंपनी है. मारुति सुजुकी की लिस्टिंग 2003 में हुई थी.
इस ऑफर में ह्युंदई मोटर ग्लोबल 14.2 करोड़ शेयर बेचेगी, जो भारतीय सब्सिडियरी कंपनी में उसकी हिस्सेदारी के करीब 17% के बराबर है. अपर प्राइस बैंड पर ह्युंदई इंडिया की वैल्यू 1.6 लाख करोड़ रुपये होगी. IPO से मिलने वाली सारी रकम पैरेंट कंपनी ह्युंदई मोटर कंपनी को जाएगी. कंपनी के मैनेजमेंट ने संकेत दिया है पैसों को रिसर्च एंड डेवलपमेंट और इनोवेटिव प्रोडक्ट्स के लाने में किया जाएगा.
भारत में दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी के रूप में, ह्युंदी के पास 13 पैसेंजर व्हीकल मॉडल्स का एक लंबा चौड़ा पोर्टफोलियो है, जिसमें सेडान, हैचबैक और SUVs शामिल हैं. कंपनी का लक्ष्य अपनी लोकल मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं का फायदा उठाकर एशिया में ह्युंदई मोटर के सबसे बड़े उत्पादन केंद्र के रूप में अपनी मौजूदगी को बढ़ाना है.
ये चेन्नई में प्रति वर्ष 8.24 लाख यूनिट्स की संयुक्त क्षमता के साथ दो प्रोडक्शन फैसिलिटीज को भी चलाती है, जो कि मौजूदा समय में 90% से ज्यादा क्षमता के साथ काम कर रहे हैं.