ह्युंदई मोटर इंडिया लिमिटेड (Hyundai Motor India Ltd.) ने IPO के लिए SEBI के पास अपनी अर्जी दाखिल की है. कंपनी ने अपने DRHP में बिजनेस से जुड़ी तमाम जानकारियां साझा की हैं.
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, FY21 से अब तक कंपनी का EBITDA मार्जिन 230 bps बढ़कर 12.7% रहा है.
वहीं, बीते साल कंपनी ने 7.7 लाख गाड़ियां बेची थीं, जो कि मारुति सुजुकी के मुकाबले एक तिहाई है.
मारुति सुजुकी का मुनाफा ज्यादा है, लेकिन ह्युंदई मोटर का EBITDA मार्जिन 110 bps ज्यादा है.
मारुति सुजुकी के ज्यादा मुनाफे के पीछे 3 बड़ी वजहें हैं, कम डेप्रिसिएशन, अन्य आय में बढ़ोतरी और कम टैक्स देना. ह्युंदई मोटर के मुकाबले, मारुति की प्रॉपर्टी, प्लांट और इक्विपमेंट रेशियो काफी कम है, टैक्स-टू-PBT रेशियो भी कम है. अन्य आय के चलते ह्युंदई के मुकाबले मारुति सुजुकी का मुनाफा ज्यादा है.
कंपनी ने FY21 में एक्सपोर्ट में 60% का शानदार उछाल देखा है. एक्सपोर्ट कंपनी की कुल बिक्री का 24% है. मध्य पूर्व और यूरोप में कंपनी का शेयर दोगुना होकर करीब 12% हो गया है.
चीनी प्रोडक्ट पर बैन या फिर ज्यादा ड्यूटी के चलते यूरोप एक्सपोर्ट के लिए एक बड़ा बाजार है. इससे ह्युंदई समेत तमाम कंपनियों के लिए मुनाफे का मौका है.
FY24 में मारुति का एक्सपोर्ट 10% रहा था. FY25 में कंपनी ने 3 लाख गाड़ियां एक्सपोर्ट करने का प्लान बनाया है. फिलहाल, कंपनी 100 से ज्यादा देशों में अपने प्रोडक्ट बेचती है.
ह्युंदई के लिए सबसे बड़ी जीत मार्केट शेयर में नंबर 2 पर बरकरार रहना है, खासकर पिछले साल में. कंपनी को टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा से तगड़ा कंपटीशन मिला है. FY24 में इसका मार्केट शेयर 14.6% रहा था, जिसमें ह्युंदई के कई गाड़ियों के लॉन्च का बड़ा योगदान रहा.
क्रेटा के इलेक्ट्रिक व्हीकल वर्जन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. कंपनी अगले कुछ साल में 3 से 4 और इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करने जा रही है.
मारुति सुजुकी ने SUV सेगमेंट में कई गाड़ियां लॉन्च की हैं, जिससे FY24 में इसका मार्केट शेयर बढ़कर 41.7% हो गया. बीते कुछ साल में इसके मार्केट शेयर में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. छोटी गाड़ियों की कमजोर बिक्री और इस सेगमेंट में देर से एंट्री करने के चलते इसका मार्केट शेयर 50% के लेवल से नीचे आ गया था.
ह्युंदई का रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) FY24 के लिए 22.2% रहा था, जो मारुति के 15.7% से ज्यादा है. हालांकि, कंपनी के कुल इश्यू साइज और वैल्यूएशन पर अभी भी जानकारी नहीं है. मामले से जुड़े लोगों की मानें, तो ह्युंदई मोटर इंडिया कुल वैल्यूएशन $25 बिलियन या 2 लाख करोड़ रुपये हो सकता है.
अगर ये वैल्यूएशन मान लें, तो मुनाफे और रेवेन्यू के बावजूद, ह्युंदई का वैल्यूएशन मारुति के मुकाबले ज्यादा है. ह्युंदई और मारुति के मार्केट कैप का मुनाफे से मुकाबला करें तो ह्युंदई 45x और मारुति सुजुकी 30x पर होंगे. रेवेन्यू से मुकाबला करें तो मारुति सुजुकी 3x पर और ह्युंदई 3.8x पर होंगे.
मारुति का 3x सेल्स मैट्रिक के आधार पर, ह्युंदई का मार्केट कैप 2.07 लाख करोड़ रुपये होगा. इस लिहाज से, कंपनी के 81 करोड़ शेयरों के हिसाब से एक शेयर की वैल्यू 2,563 रुपये होगी.
इसी कैल्कुलेशन के आधार पर, EPS 72 रुपये/ शेयर और FY24 के लिए P/E रेशियो 36x का होगा, जो मारुति सुजुकी के 29x से ज्यादा है.
फिलहाल, ह्युंदई का P/E रेशियो ज्यादा है और सारा फोकस इस पर है कि कंपनी भविष्य में कौन-से प्रोडक्ट लॉन्च करती है और प्रोडक्ट गैप को किस तरह भरती है. ह्युंदई इकलौती कंपनी है, जिसका एक्सपोर्ट कुल सेल्स का एक-चौधाई है. मारुति का एक्सपोर्ट कुल सेल्स का 10% है, वहीं टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा सिंगल डिजिट में हैं.