Swiggy Vs Zomato: IPO लाने जा रही स्विगी (Swiggy) फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स बिजनेस में अहम मैट्रिक्स के आधार पर जोमैटो (Zomato) के मुकाबले चार से छह तिमाही पीछे चल रही है. ब्रोकरेज Macquarie ने ये कहा है. स्विगी की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू जोमैटो के मुकाबले करीब 26.5% कम है. FY25 के Q1 में कंपनी का GOV $820 मिलियन रहा है. फूड डिलीवरी सेगमेंट में समान अवधि के दौरान जोमैटो का GOV $1,116 मिलियन रहा.
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक स्विगी का मंथली ट्रांजैक्शन यूजर बेस 1.4 करोड़ है. जबकि जोमैटो 2 करोड़ यूजर्स के साथ सबसे आगे है. इसके बावजूद दोनों प्लेटफॉर्म्स में ऑर्डर फ्रिक्वेंसी समान है और स्विगी की ऑर्डर वैल्यू थोड़ी ज्यादा है. स्विगी का कंट्रीब्यूशन मार्जिन जोमैटो से थोड़ा कम है. इसके पीछे वजह भारी डिस्काउंट है.
क्विक कॉमर्स को देखें तो जोमैटो के ब्लिंकिट ने स्विगी के इंस्टामार्ट को पीछे छोड़ दिया है. ब्लिंकिट का यूजर बेस 76 लाख, जबकि इंस्टामार्ट का 52 लाख है.
स्विगी नवंबर 2024 में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है. ऐसे में कंपनी के सामने जोमैटो के मुकाबले अंतर को कम करने के लिए अपने मेट्रिक्स में सुधार करने की चुनौती है.
कंपनी ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया में रिव्यू और लोगों की प्रतिक्रिया के लिए अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हीरिंग प्रोस्पेक्टस सब्मिट किया है. कंपनी करीब $10 बिलियन या 83,365 करोड़ रुपये की वैल्युएशन का लक्ष्य रख रही है.
ड्राफ्ट फाइलिंग से पहले निवेशकों को जारी सभी प्रेफरेंस शेयरों के कन्वर्जन के बाद स्विगी के पास कुल 222.30 करोड़ इक्विटी शेयर होंगे. हर एक शेयर की फेस वैल्यू 1 रुपये होगी.
फाइलिंग से सिर्फ कुछ दिन पहले निवेशकों ने 330 से 375 रुपये/ शेयर की कीमत पर शेयर ट्रांसफर किए थे, जो कंपनी की वैल्यू 73,811 करोड़ और 83,365 करोड़ रुपये के बीच रखती है. IPO का साइज 9,864 करोड़ और 10,700 करोड़ रुपये के बीच होने का अनुमान है.
इस बीच जोमैटो के शेयर में करीब 2% की गिरावट देखने को मिली. शेयर में पिछले 12 महीनों के दौरान 149.33% की तेजी आई. दिन में अब तक कुल ट्रेडेड वॉल्यूम इसके 30 दिन के औसत का 0.03 गुना है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 53 है.