इंडियन रीन्युएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) की शेयर बाजार में लिस्टिंग शानदार रही. शेयर NSE, BSE पर 56.25% प्रीमियम के साथ 50 रुपये पर लिस्ट हुआ है. शेयर का इश्यू प्राइस 32 रुपये का था.
IPO से पहले IREDA ने एंकर इन्वेस्टर्स से 643.26 करोड़ रुपये जुटाए हैं. 32 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 58 एंकर इन्वेस्टर्स को 20.1 करोड़ शेयरों का आवंटन किया गया है. निवेशकों में SBI बैंकिंग और वित्तीय सेवा फंड, HDFC म्यूचुअल फंड, ICICI प्रूडेंशियल, निप्पॉन लाइफ इंडिया ट्रस्टी और कोटक महिंद्रा ट्रस्टी शामिल हैं.
ये बीते 18 महीनों में पहला सरकारी IPO है. कंपनी के चेयरमैन प्रदीप कुमार दास के अनुसार, सरकार IREDA को 'नवरत्न' का दर्जा देने पर विचार कर रही है.
IREDA का IPO सब्सक्रिप्शन के आखिरी दिन तक ओवरऑल 38.8 गुना भरा था. इसका QIB हिस्सा 104.57 गुना, NII हिस्सा 24.16 गुना और रिटेल हिस्सा 7.73 गुना भरा था. इसका कर्मचारी हिस्सा 9.76 गुना भरा था.
1987 में बनी IREDA एक पब्लिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है. ये मिनीरत्न (कैटेगरी-I) सरकारी एंटरप्राइज है और इसे नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय चलाता है.
कंपनी चार अहम सेक्टर्स में काम करती है, ये हैं- सोलर, हाइड्रो, बायोमास और बायोफ्यूल.
IREDA एक 'नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन' है, जो रीन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को वित्तीय मदद के साथ-साथ प्रोत्साहन और उनके विकास में मदद करता है. 36 साल के अनुभव वाली ये कंपनी कई फाइनेंशियल प्रोडक्ट और इससे जुड़ी सर्विसेज उपलब्ध करवाती है. इनमें प्रोजेक्ट की रूपरेखा बनाने से लेकर कमीशनिंग के बाद तक की सेवाएं शामिल हैं.
ऑफर में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल शामिल हैं. कंपनी को ऑफर फॉर सेल से किसी तरह की आय नहीं होगी और सारा पैसा शेयरहोल्डिंग बेच रहे प्रोमोटर के पास जाएगा.
कंपनी फ्रेश इश्यू से मिले पैसे को भविष्य की पूंजीगत और कर्ज देने संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने पूंजी आधार को बढ़ाने में इस्तेमाल करना चाहती है.