भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) NTPC ग्रीन के IPO में अतिरिक्त निवेश करेगा. इससे पहले कंपनी ने एंकर बुक में सब्सक्राइब किया था.
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने NDTV Profit को बताया कि सरकारी बीमा कंपनी, NTPC की सब्सिडियरी में अपने निवेश को दोगुना करेगी.
इससे पहले NTPC ग्रीन के एंकर बुक में LIC, 500 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है.
रेगुलेशन के मुताबिक कोई भी QIB अलॉटी को इश्यू साइज का 50% से ज्यादा नहीं मिल सकता है. इसका मतलब है कि LIC, IPO में अतिरिक्त 1,400 करोड़ रुपये तक के शेयरों को खरीद सकता है.
ऐसा देखा गया है कि सरकारी बीमा कंपनियां आम तौर पर IPOs में निवेश नहीं करती हैं और सेकेंडरी मार्केट से शेयरों की खरीदारी करती है. केवल पब्लिक सेक्टर इश्यूएंस इसका अपवाद हैं.
LIC का NTPC ग्रीन IPO में भागीदारी का मकसद रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में एक्सपोजर बढ़ाना है. LIC का 45 यूटिलिटीज में निवेश है, जिसमें रिन्युएबल एनर्जी जनरेटर्स और सरकारी पावर कंपनियां शामिल हैं.
NTPC ग्रीन 10,000 करोड़ रुपये जुटा रही है. कंपनी IPO में 11% तक की इक्विटी ऑफर कर रही है. प्राइस बैंक के अपर बैंड पर कंपनी की वैल्यू 91,000 करोड़ रुपये है. IPO का प्राइस बैंड 102-108 रुपये/ शेयर है. कंपनी का कुल पोर्टफोलियो 25.67 गीगावॉट है. वहीं ऑपरेशनल पोर्टफोलियो 2.93 गीगावॉट है.
इसकी कॉन्ट्रैक्टेड और अवॉर्डेड कैपेसिटी 14.7 गीगावॉट पर है. कंपनी के पाइपलाइन में मौजूद प्रोजेक्ट्स 10.98 गीगावॉट के हैं. उसके कुल पोर्टफोलियो में 20.32 गीगावॉट की सोलर कैपेसिटी और 5.35 गीगावॉट की विंड कैपेसिटी शामिल हैं.
सरकारी ऊर्जा कंपनी का लक्ष्य 2032 तक कैपेसिटी को बढ़ाकर 60 गीगावॉट करना है. इसके लिए 3.5 लाख करोड़ रुपये तक के निवेश की जरूरत होगी,, जिसे कंपनी खुद फाइनेंस करेगी. कंपनी की योजना अगले तीन सालों में 25% पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियम पर पहुंचने की है.
NTPC की ओर से सब्सिडियरी में आगे निवेश करने की उम्मीद कम है. हालांकि जरूरत पड़ने पर ऐसा किया जा सकता है. उसने अब तक अपनी ग्रीन सब्सिडियरी में 7,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है.