NSDL की अच्छी लिस्टिंग हुई है. 800 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले कंपनी 880 रुपये पर लिस्ट हुई यानी 10 परसेंट का प्रीमियम मिला. फिलहाल इस प्रीमियम से 2 से 5 परसेंट ऊपर प्रीमियम पर कारोबार हो रहा है.
NSDL यानी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड का ये पब्लिक इश्यू 30 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक खुला था और ये 41.01 गुना सब्सक्राइब हुआ. कंपनी ने इस इश्यू से ₹4,011.60 करोड़ जुटाए और ये पूरी तरह से OFS यानी ऑफर फॉर सेल था, जिसमें मौजूदा निवेशकों ने 5.01 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे. कंपनी ने ₹760-₹800 प्रति शेयर का प्राइस बैंड रखा था. इस बैंड के ऊपरी स्तर यानी 800 रुपये पर इसे अलॉट किया गया.
NSDL ने भारत में डीमैट खातों के जरिए सिक्योरिटीज यानी मूल रूप से शेयरों के डिजिटलीकरण की शुरुआत की. इसकी स्थापना 1996 में हुई थी. ये SEBI के जरिए रेगुलेटेड मार्केट इन्फ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशन (MII) का एक अहम हिस्सा है. NSDL शेयर, बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और अन्य सिक्योरिटीज को डिजिटल रूप में सुरक्षित रखता और ट्रांसफर करता है. FY25 तक, NSDL के पास 3.94 करोड़ से ज्यादा सक्रिय डीमैट खाते हैं. इसके ज्यादातर क्लाइंट संस्थागत हैं और ये भारत में 67.9% फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशकों की सिक्योरिटीज को संभालता है. बाजार में इसका कंपटीशन CDSL है और इस कंपनी का फोकस रिटेल निवेशकों पर है.
कंपनी वित्तीय स्थिति बहुत मजबूत है. FY25 में आय ₹1,420.14 करोड़ थी, जबकि FY24 में ये ₹1,021.98 करोड़ थी यानी एक साल में 12% की बढ़ोतरी हुई. मुनाफा भी एक साल में ₹234.81 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹343.12 करोड़ हो गया. यानी इसमें 25% की बढ़त. कंपनी की आय का सबसे बड़ा स्रोत एनुअल कस्टडी फीस और ट्रांजैक्शन चार्जेज है और ये पूरी तरह से कर्ज मुक्त कंपनी है.