NTPC ग्रीन ने IPO के लिए SEBI के पास DRHP फाइल कर दिया है. इस IPO में फ्रेश इश्यू के जरिए 10,000 करोड़ रुपये (लगभग 1.2 बिलियन डॉलर) जुटाए जाएंगे. IPO के तहत मौजूदा शेयरहोल्डर्स कोई शेयर नहीं बेचेंगे. मतलब इश्यू में OFS नहीं होगा.
NTPC ग्रीन (National Thermal Power Corporation), NTPC की सब्सिडियरी कंपनी है. IPO के लिए IDBI कैपिटल, HDFC बैंक, IIFL सिक्योरिटीज और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट को बुक रनिंग लीड मैनेजर्स बनाया गया है.
NTPC ग्रीन की कुल सोलर एनर्जी कैपेसिटी 3.34 GW और विंड एनर्जी कैपेसिटी 0.21 GW है. वहीं 8.13 GW कैपेसिटी अंडर कंस्ट्रक्शन है, जबकि 10.57 GW कैपेसिटी पाइपलाइन में है.
ये इश्यू तब आ रहा है जब भारत अपनी रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में जबरदस्त तेजी लाने की कोशिश कर रहा है. सरकार का 2030 तक 500 GW रिन्युएबल कैपेसिटी हासिल करने का लक्ष्य है. फिलहाल ये कैपेसिटी 200 GW है.
NTPC Green Energy (NGEL), NTPC के ग्रीन बिजनेस इनीशिएटिव्स को संभालती है. कंपनी का ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक तरीके से FY32 तक 60 GW की कैपेसिटी हासिल करने का लक्ष्य है.
NTPC ने 5MW के पहले सोलर प्रोजेक्ट के साथ रिन्युएबल एनर्जी सेक्टर में कदम रखा था. इसके तहत उत्तर प्रदेश के दादरी में प्रोजेक्ट लगाया गया था. दरअसल कंपनी ने एक दिन के अंतराल पर दो प्रोजेक्ट शुरू किए थे.
31 मार्च को पोर्ट ब्लेयर में कंपनी ने 5 MW का एक और प्रोजेक्ट शुरू किया था. इसके बाद अगले 9 साल में कंपनी ने सिंगरौली, मंदसौर, अनंतपुर, भदला, रोजमल जैसी जगहों पर प्रोजेक्ट लगाए.
अपने सभी रिन्युएबल बिजनेसेज को एक छत के नीचे लाने के लिए NTPC ने 7 अप्रैल 2022 को NTPC ग्रीन बनाई. इसी साल जून 2022 में कंपनी ने 2GW उत्पादन की क्षमता हासिल की. जबकि दिसंबर 2022 में ही ये क्षमता 3 GW पहुंच गई.