फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) ने IPO की अर्जी दे दी है. मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास जमा DRHP (Draft Red Herring Prospectus) के मुताबिक कंपनी इस पब्लिक इश्यू में ₹3,750 करोड़ तक के नए शेयर जारी करेगी, साथ ही इसमें 18.5 करोड़ शेयरों का OFS होगा. OFS यानी ऑफर फॉर सेल, इससे मिले पैसे कंपनी के पास नहीं बल्कि मौजूदा निवेशकों के पास जाते हैं.
स्विगी के इस IPO का बाजार को लंबे वक्त से इंतजार था. बुधवार को ही खबर आई थी कंपनी इसी हफ्ते IPO की अर्जी दे सकती है और गुरुवार को कंपनी ने अर्जी दे दी.
स्विगी की कोशिश अन्य स्थानीय या अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की तरह देश के आर्थिक विकास और वैश्विक निवेशकों से मांग का फायदा लेने की है. ब्लूमबर्ग की ओर से इकट्ठा किए गए डेटा के मुताबिक इस साल अब तक फर्स्ट टाइम शेयरों की बिक्री के जरिए करीब $7.8 बिलियन जुटाए गए हैं.
स्विगी शुरुआत साल 2014 में हुई थी. कंपनी के प्लेटफॉर्म पर देशभर के 1,50,000 से ज्यादा रेस्टोरेंट्स हैं. कंपनी फूड डिलीवरी के अलावा क्विक कॉमर्स के बिजनेस में भी है. क्विक कॉमर्स का बिजनेस वो इंस्टामार्ट के नाम से करती है.
फूड डिलीवरी में तो कंपनी का मुख्य मुकाबला जोमैटो से है, मगर इंस्टामार्ट के बिजनेस में उसका मुकाबला जोमैटो की सब्सिडियरी ब्लिंकिट और जेप्टो से है. इसके अलावा अमेजॉन, टाटा ग्रुप के बिगबास्केट और फ्लिपकार्ट से भी कंपटीशन है. क्विक कॉमर्स या ग्राॉसरी की ई-कॉमर्स बिजनेस दिन प्रतिदिन ज्यादा कंपटीटिव होता जा रहा है.