इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेशकों का भरोसा बना हुआ है. शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद फरवरी में इनफ्लो पिछले 9 महीने की तुलना में ऊंचाई पर है. ये निवेश सेक्टोरल और स्मॉल-कैप फंड्स में की वजह से आया है.
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक इक्विटी और इक्विटी से जुड़ी स्कीम में निवेश पिछले महीने की तुलना में 25% बढ़कर 15,685.6 करोड़ रुपये हो गया. ये मई 2022 के बाद सबसे ज्यादा है.
फरवरी में सभी इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में इन-फ्लो देखने को मिला है. इक्विटी फंड्स, सेक्टोरल/थीमेटिक फंड्स में सबसे अधिक निवेश देखा गया, इसके बाद स्मॉल-कैप फंड्स का स्थान रहा, जबकि लार्ज-कैप फंड्स में सबसे कम निवेश देखा गया है.
लिक्विड फंड्स, जिनका इस्तेमाल कंपनियों द्वारा शॉर्ट-टर्म कैश स्टोर करने के लिए किया जाता है, उसमें जनवरी में लगातार तीसरे महीने आउटफ्लो देखने को मिला. वहीं, फरवरी में लगातार 15वें महीने क्रेडिट-रिस्क फंड में भी ऑउटफ्लो देखने को मिला.
डेट म्यूचुअल फंड्स से फरवरी में 13,815.23 करोड़ रुपये का ऑउटफ्लो हुआ है, जबकि जनवरी में 10,316.15 करोड़ रुपये का ऑउटफ्लो हुआ था .
फरवरी में मनी मार्केट फंड्स में 542.4 करोड़ रुपये का ऑउटफ्लो देखने को मिला, जबकि जनवरी में इनफ्लो 6,460 करोड़ रुपये था.
एवरेज एसेट्स फरवरी में 40.69 लाख करोड़ रुपये है. वहीं, जनवरी में ये 40.80 लाख करोड़ रुपये था. नेट AUM फरवरी में घटकर 39.46 लाख करोड़ रुपये रह गया, पिछले महीने ये 39.62 लाख करोड़ रुपये था.
फरवरी में SIP का योगदान घटकर 13,686.28 करोड़ रुपये रह गया, जो जनवरी में 13,856.18 करोड़ रुपये था.
हालांकि, जनवरी में 6.21 करोड़ SIP खातों की तुलना में फरवरी में ये संख्या 6.28 करोड़ पहुंच गई है.