AMFI यानी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया द्वारा जारी मासिक आंकड़ों के अनुसार, एक्टिव यानी सक्रिय रूप से मैनेज्ड इक्विटी म्यूचुअल फंडों में जून के दौरान 42,702.35 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया, जो जून में दर्ज 23,587 करोड़ रुपये के निवेश की तुलना में 81% अधिक है.
जून की तुलना में सभी क्षेत्रों में निवेश में वृद्धि देखी गई. म्यूचुअल फंड उद्योग का शुद्ध निवेश 1.79 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले महीने ये सिर्फ 49,094 करोड़ रुपये था.
लार्ज-कैप फंडों में जून में 1,694 करोड़ रुपये की तुलना में 2,125.09 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया. मिड-कैप श्रेणी में 5,182.49 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि पिछले महीने इस श्रेणी में शुद्ध निवेश 3,754 करोड़ रुपये था. स्मॉल-कैप फंडों में जून में 6,484.43 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जबकि जून में शुद्ध निवेश 4,024 करोड़ रुपये रहा. फ्लेक्सी-कैप फंडों में 7,654.33 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि पिछले महीने यह 5,733 करोड़ रुपये था.
सेक्टोरल और थिमेटिक फंड्स में निवेश 9,426.03 करोड़ रुपये के साथ सबसे अधिक निवेश वाली कैटेगरी के रूप में फिर से स्थापित हुआ. जून महीने में इस श्रेणी में निवेश घटकर 475 करोड़ रुपये रह गया था.
जुलाई में SIP योगदान बढ़कर 28,464 करोड़ रुपये हो गया, जबकि जून 2025 में यह 27,269 करोड़ रुपये था. ये पिछले महीने की तुलना में लगभग 4% अधिक है और SIP निवेश अब तक के अपने उच्च स्तर पर है. जुलाई महीने में निवेश में योगदान देने वाले SIP खातों की संख्या 9.11 करोड़ है.
डेट फंडों में जुलाई महीने में 1.06 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड इनफ्लो दर्ज किया गया, जबकि जून में निवेशकों ने 1,711 करोड़ रुपये निकाले थे. ओवरनाइट फंडों में 8,865 करोड़ रुपये निवेश आया, जबकि पिछले महीने ये 8,154 करोड़ रुपये था. लिक्विड फंडों में 39,354.9 करोड़ रुपये निकाले गए हैं, जून में भी 25,196 करोड़ रुपये निकाले गए थे.
हाइब्रिड योजनाओं में 20,879.47 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि पिछले महीने 23,222 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। आर्बिट्रेज फंडों के निवेश में कुछ गिरावट देखी गई, और इस महीने 7,295.70 करोड़ रुपये का नया निवेश हुआ, इस श्रेणी में जून महीने में 15,584 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था. पैसिव फंड कैटेगरी में, जून में 8,259.48 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया, जबकि जून में यह 3,997 करोड़ रुपये था.
गोल्ड ETFs में गिरावट देखी गई, इस महीने 1,256.09 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि जून में 2,080 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था.AMFI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वेंकट चलसानी के अनुसार, "जब बाजार अस्थिर होते हैं, तो लोग विकल्प तलाशते हैं. अक्सर, हम सोने और चांदी के ETF में ये निवेश देखते हैं. अल्पकालिक अस्थिरता के साथ, मुझे उम्मीद है कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी."
पिछले महीने NFOs के ज़रिए कुल 30,416 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. जुलाई में 13 लॉन्च के साथ, अन्य योजनाओं में सबसे ज़्यादा NFOs आए. जुलाई महीने में एक्टिव इक्विटी म्यूचुअल फंड श्रेणी में 10 नए फंड ऑफर आए, जिनसे 8,997 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. इस निवेश का बड़ा हिस्सा सेक्टोरल और थीमैटिक श्रेणी के फंडों का रहा, जिनमें सात नई योजनाओं में 7,404 करोड़ रुपये का निवेश हुआ.