म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का योगदान मई में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. शुक्रवार को एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) ने इससे जुड़े आंकड़े साझा किए हैं. हालांकि, इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में इनफ्लो आधा हो गया है. ये मई में सात महीने के सबसे निचले स्तर पर रहा है. लार्ज कैप और फोकस्ड फंड्स में आउटफ्लो की वजह से नेट इनफ्लो में कमी देखी गई.
न्यू फंड ऑफर्स (NFO) से कम योगदान की वजह से भी मई में म्यूचुअल फंड्स के लिए इक्विटी इनफ्लो में गिरावट देखने को मिली है. इस महीने में एक न्यू फंड ऑफर आया है, जिससे 174 करोड़ रुपये का फंड मिला है. दूसरी तरफ, अप्रैल के दौरान न्यू फंड ऑफर ने इक्विटी फंड्स में 1,612 करोड़ रुपये का योगदान दिया था.
वहीं, AMFI के मुताबिक, इक्विटी और इक्विटी-लिंक्ड स्कीम्स में शुद्ध निवेश मई में पिछले महीने से 50% गिरकर 3,240.3 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. मई में S&P BSE सेंसेक्स और NSE निफ्टी 50 में क्रमश: 2.07% और 2.13% की तेजी देखने को मिली थी.
SIP में मासिक योगदान, मई में 7.44% बढ़कर 14,749 करोड़ रुपये रहा है. ये दूसरी बार है जब मई में ये योगदान 14,000 करोड़ रुपये के स्तर से ज्यादा रहा है. इस साल औसत मंथली SIP इनफ्लो अब तक 14,059.03 करोड़ रुपये पर मौजूद है.
AMFI के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर NS वेंकटेश ने कहा कि ये अब तक का सबसे ज्यादा SIP योगदान रहा है. ये रिटेल निवेशकों की ओर से दिखाए गए भरोसे की वजह से है. उन्होंने विश्वास जताया कि म्यूचुअल फंड्स SIP योगदान में आगे चलकर और बढ़ोतरी देखने को मिलेगी.
लार्ज कैप फंड्स में 1,362.28 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखने को मिला है. जबकि, फोकस्ड फंड्स में मई में 943.8 करोड़ रुपये का आउटफ्लो देखा गया है. ये कुल इक्विटी म्यूचुअल फंड इनफ्लो में तेज गिरावट के पीछे मुख्य वजह रही हैं. इस बीच स्मॉल कैप इनफ्लो मई के दौरान पिछले महीने में 2,182.44 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,282.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
कुल मिलाकर म्यूचुअल फंड स्कीम्स में मई में 57,420.46 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया है. इससे पहले अप्रैल में ये आंकड़ा 1.21 लाख करोड़ रुपये रहा था. मनी मार्केट फंड्स में, मई महीने के दौरान 8,731.06 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया था. इससे पहले अप्रैल में ये इनफ्लो 13,960.96 करोड़ रुपये रहा था.
औसत एसेट्स अंडर मैनेजमेंट, मई में 42.95 लाख करोड़ रुपये पर रहे हैं. इससे पहले अप्रैल में ये 41.53 लाख करोड़ रुपये पर थे. नेट AUM 41.62 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 43.2 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया.