आज अदाणी ग्रुप के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. अदाणी ग्रुप के शेयरों में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद जोरदार गिरावट आई थी, उसके बाद अदाणी ग्रुप ने 27 फरवरी 2023 से निवेशकों के साथ रोड शो की शुरुआत की, जिसके बाद से अदाणी ग्रुप के शेयरों में रिकवरी आनी शुरू हुई
अदाणी ग्रुप का मार्केट कैप 23 जनवरी 2023 को 19.2 लाख करोड़ रुपये था, 24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई थी. 23 फरवरी से रोड शो की शुरुआत के बाद से लेकर अबतक अदाणी ग्रुप के मार्केट कैप में 50% तक की रिकवरी आ चुकी है. आज इंट्राडे में अदाणी ग्रुप शेयरों का मार्केट कैप 81,941 करोड़ रुपये बढ़ा.
आज अदाणी ग्रुप के सभी 10 शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. अदाणी ग्रुप के 6 शेयरों अदाणी टोटल गैस, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ट्रांसमिशन, NDTV, ACC और अदाणी पावर में 5% से ज्यादा की तेजी रही, यानी ये अपने अपर सर्किट पर रहे.
अदाणी एंटरप्राइजेज निफ्टी का टॉप गेनर बना, ये शेयर 19.55% उछलकर बंद हुआ है. इंट्राडे में इसने 2,352 रुपये प्रति शेयर की ऊंचाई को भी छुआ है.
बता दें कि अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी ने अदाणी ग्रुप को क्लीन चिट दी है. एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंप दी थी. जिसे शुक्रवार को सार्वजनिक किया गया.
अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आज 19% से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है. ये 1 फरवरी 2023 के बाद सबसे ऊंचा भाव है, 1 फरवरी को अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर का भाव 3010.75 रुपये था. प्रतिशत टर्म में आज का उछाल 8 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा है. 8 फरवरी को इसके शेयरों में इंट्राडे में 23.25% का उछाल आया था.
अदाणी ग्रुप के सभी शेयरों में तेजी का फायदा बाजार को भी हुआ. निफ्टी को अदाणी के 2 शेयरों से सहारा मिला और निचले स्तर से रिकवरी दिखी. अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी पोर्ट्स की मजबूती से निफ्टी 18300 के पार होने में सफल रहा. निफ्टी के टॉप गेनर में अदाणी ग्रुप के 2 शेयरों में तूफानी तेजी रही. अदाणी एंटरप्राइजेज में 19.55% उछाल के साथ 2,338.55 रुपये और अदाणी पोर्ट्स 6.41% के साथ 732.20 रुपये के साथ बंद हुआ.
अदाणी-हिंडनबर्ग मामले में सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमिटी ने शुक्रवार को अदाणी ग्रुप को क्लीन चिट दी थी. एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में ये साफ कहा कि 'शेयरों के उतार चढ़ाव में रेगुलेटरी विफलता (Regulatory Failure) को जिम्मेदार मानना फिलहाल संभव नहीं है'
एक्सपर्ट पैनल ने कहा कि हमारा काम ये जांचना नहीं कि कीमतों में आई तेजी उचित थी या नहीं, कमिटी का काम ये पता लगाना था कि क्या कोई नियामकीय विफलता थी.