ITC के बोर्ड ने सोमवार को अपने होटल बिजनेस को अलग करने की मंजूरी दे दी, ये फैसला एक लंबे वक्त से अटका हुआ था. और जब फैसला आया तो ITC का शेयर लगातार कमजोर हो रहा है. सोमवार को 4% से ज्यादा टूटने के बाद आज भी इसमें 2.5% की कमजोरी है.
हालांकि बीते एक साल के दौरान ITC का शेयर 40% तक चढ़ा है, और इस रैली के पीछे होटल कारोबार के डीमर्जर की खबर ने ईंधन की तरह काम किया है.
ITC से अलग होने के बाद नई सब्सिडियरी कंपनी का नाम ITC होटल्स हो सकता है. इसपर मैनेजमेंट अंतिम फैसला करेगा. डीमर्ज हुई कंपनी में ITC की हिस्सेदारी 40% होगी. शेयरधारकों के पास 60% हिस्सा होगा. कुल मिलाकर, मौजूदा ITC शेयरधारकों के पास होटल कंपनी का 100% हिस्सा होगा.
ITC को लेकर अब आगे का क्या नजरिया रहेगा, इस पर ब्रोकरेज हाउसेज ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. ग्लोबल रिसर्च और ब्रोकिंग फर्म मॉर्गन स्टैनले ने इस डीमर्जर को ITC के लिए फायदे का सौदा माना है. इसी तरह नोमुरा और जेफरीज ने भी ITC के लिए खरीदारी की सलाह दी है. एक नजर ब्रोकरेज फर्म्स के आउटलुक पर.
ओवरवेट
टारगेट प्राइस - 474 रुपये
बोर्ड का होटल बिजनेस के डीमर्जर की मंजूरी देना पॉजिटिव
ITC डीमर्ज हुई कंपनी में 40% हिस्सा रखेगी
मध्यम से लंबी अवधि में पूंजी आवंटन को लेकर चिंताएं दूर होने की उम्मीद
'BUY' रेटिंग बरकरार
टारगेट प्राइस - 485 रुपये
पूरी तरह से होटल व्यवसाय शुरू होने के साथ वैल्यू अनलॉकिंग होगी
डीमर्जर के बाद RoCE के 34.5% से बढ़कर 37% पहुंचने से बैलेंस शीट में सुधार होगा
होटल कैपेक्स के बिना सरप्लस कैश और ऊंचा डिविडेंड पेआउट
कोई बड़ा शेयरहोल्डर जाता भी है तो सुरक्षित मैनेजमेंट कंट्रोल है
'BUY' की रेटिंग बरकरार
टारगेट प्राइस 525 रुपये
होटल कंपनी में ITC की 40% और शेयरहोल्डर्स की 60% हिस्सेदारी होगी
27 जुलाई को होने वाली कॉल में 40% हिस्सेदारी रखने के पीछे का तर्क मिलेगा
आगे चलकर और वैल्यू अनलॉकिंग की उम्मीद है
'BUY' की रेटिंग बरकरार
टारगेट प्राइस 530 रुपये
होटलों के लिए वैकल्पिक स्ट्रक्चर सामने आया, अलग से लिस्ट होगा
कुछ निवेशकों ने वर्टिकल स्प्लिट ((100% डायरेक्ट)) की उम्मीद की थी
लिस्टिंग के बाद, ITC होटल्स के मामले में मौजूदा शेयरधारकों की ओर से सप्लाई प्रेशर दिखेगा
ऊंचा कैपेक्स हमेशा निवेशकों के लिए विवाद का विषय रहा है
ITC होटल कारोबार से ब्रैंड रॉयल्टी वसूल सकती है