UPI और ONDC के जरिए भारत के डिजिटाइजेशन, खपत, हेल्थकेयर और सस्टेनेबल लिविंग स्पेस, भारत में ये 4 ऐसे 'मेगा ट्रेंड्स' हैं, जहां पर नए अवसर पैदा हो रहे हैं. ये मानना है टेमासेक होल्डिंग्स एडवाइजर्स इंडिया (Temasek Holdings Advisors India Pvt) का. इन्वेस्टमेंट फर्म ने इस पर विस्तार से जानकारी दी.
टेमासेक के इन्वेस्टमेंट सेक्शन के मैनेजिंग डायरेक्टर मोहित भंडारी ने BQ Prime को बताया कि लॉन्ग-टर्म ट्रेंड्स, मध्यम वर्ग की बढ़ती कमाई और सरकार की पॉलिसीज के कारण टेमासेक इन्वेस्टमेंट फर्म भारत पर बुलिश है.
इन्वेस्टमेंट सेक्शन के एक और मैनेजिंग डायरेक्टर विशेष श्रीवास्तव ने BQ Prime से कहा, 'इन्ही बातों से हमें उन सेक्टर्स में पैसा लगाने का आत्मविश्वास आता है... हम भारत में पिछले 19 साल से हैं और हमारे पोर्टफोलियो ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है.
विशेष श्रीवास्तव ने कहा, 'UPI और ONDC भारत के ऐसे फैक्टर्स हैं, जिनके दम पर देश में तमाम मौके बने और कई बिजनेस इनकी मदद से ग्रोथ कर सके'.
विशेष श्रीवास्तव ने बताया कि जिस दूसरे सेक्टर पर फोकस किया जा सकता है, वो है कंजम्पशन. 'कंजम्पशन मार्केट में भारत शिखर पर है. भारत की GDP में 60% से ज्यादा हिस्सा कंजम्पशन के जरिए आता है'
टेमासेक की जिस तीसरे सेक्टर पर नजर है, वो है हेल्थकेयर. इसमें अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेक्टर, फार्मा और बायोटेक जैसे जरूरी पोर्टफोलियो हैं.
टेमासेक का जिस सेक्टर ने सबसे ज्यादा ध्यान खींचा है, उसमें सस्टेनेबल लिविंग स्पेस यानी रहने के लिए समुचित जगह है.
टेमासेक का कहना है, 'इस सेक्टर से कार्बन एफिशिएंसी, क्लीन एनर्जी और एनर्जी ट्रांसफॉर्मेशन शामिल हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'हमने इलेक्ट्रिक व्हीकल मेकर्स में निवेश किया है,
टेमासेक के मुताबिक, मेक-इन-इंडिया और प्रोडक्शन-लिंक्ड-इंसेंटिव (PLI) स्कीम से भारत में निवेश के नए अवसर पैदा हो रहे हैं. हम इसके साथ ही इस सेक्टर में निवेश के अवसर देख रहे हैं.
मोहित भंडारी के अनुसार, ये कुछ ऐसे सेक्टर हैं जो आने वाले वक्त में बढ़ने वाले हैं. पॉलिसी निर्माण का इसमें बहुत रोल है.
वहीं विशेष श्रीवास्तव मानते हैं कि भारत में दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की वो तमाम काबिलियत हैं, जिसके दम पर वो इस क्षेत्र में सफल हो सकता है और दुनिया के सबसे बड़े मैन्युफैक्चरर्स में अपनी जगह बना सकता है.