आज सुबह जब भारतीय शेयर बाजार खुले तो ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के शेयर औंधे मुंह गिरे हुए थे. वजह थी कल हुई GST काउंसिल की बैठक में ऑनलाइन गेमिंग, कसीनो और हॉर्स रेसिंग के लिए GST की दरें बढ़ाने को लेकर किया गया ऐलान.
GST की दरें बढ़ाने का ही असर था कि आज नजारा टेक्नोलॉजी के शेयर 14% तक फिसल गए, जबकि डेल्टा कॉर्प के शेयरों में 20% का लोअर सर्किट भी लग गया. ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST लगाने के ऐलान के बाद से ही इस फैसले की कड़ी आलोचना हो रही है, कहा जा रहा है कि इससे गेमिंग इंडस्ट्री खत्म हो जाएगी. लेकिन नजारा टेक्नोलॉजी का कहना इसे कुछ अलग है.
नजारा ने एक्सचेंज फाइलिंग में साफ किया है कि 'जब ये टैक्स लागू हो जाएगा, तो ये हमारे बिजनेस के केवल 'स्किल बेस्ड रियल मनी गेमिंग सेगमेंट' पर ही अप्लाई होगा, कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष FY23 के लिए हमारे ओवरऑल कंसोलिडेटेड रेवेन्यू में इस सेगमेंट का योगदान 5.2% था.'
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि 'अगर उसके रियल मनी गेमिंग सेगमेंट पर कोई असर होता है तो वो इसे कम करने के लिए तुरंत कदम उठाएगी'
लेकिन दूसरी तरफ ऑनलाइन गेमिंग कंपनियां GST काउंसिल के इस फैसले से काफी परेशान हैं. कंपनियों को कहना है कि इससे तो हमारी इंडस्ट्री ही खत्म हो जाएगी. ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर रोलैंड लैंडर्स का कहना है कि यह निर्णय पूरे भारतीय गेमिंग उद्योग को खत्म कर देगा और लाखों लोगों की नौकरियां चली जाएंगी, और इससे केवल राष्ट्र-विरोधी अवैध विदेशी प्लेटफॉर्म लोगों को फायदा पहुंचेगा.'
गेम्सक्राफ्ट के फाउंडर्स की मुख्य रणनीति सलाहकार अमृत किरण सिंह ने कहा, ग्रॉस गेमिंग वैल्यू पर GST एक "सेल्फ-गोल" है जो संभावित रूप से भारत के कुशल ऑनलाइन गेम इंडस्ट्री को मार सकता है.'
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, स्टॉक पर नजर रखने वाले एनालिस्ट्स में से आठ ने 'BUY' की सलाह दी है, तीन ने 'HOLD' की सलाह दी है और एक विश्लेषक ने 'SELL' की सलाह दी है.