कंप्लीट सर्कल के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर गुरमीत चड्ढा (Gurmeet Chadha) ने कहा कि साल 2025 भारतीय बाजारों के लिए ज्यादा मुश्किल साल होने वाला है. उन्होंने निवेशकों (Investors) को सलाह दी कि वो शेयरों को चुनते हुए सिलेक्टिव रहें.
NDTV Profit के साथ बातचीत में चड्ढा ने माना कि साल 2025 चुनौतीपूर्ण रहने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि 2015 मुश्किल साल होगा. हम बीटा ईयर को देखते रहे हैं जहां करीब सभी चीजें का प्रदर्शन अच्छा रहा. जब आपके लगातार तीन साल अच्छे रहे हों. लेकिन अब वैल्युएशंस 21 गुना हो गए हैं और अर्निंग्स कमजोर हैं तो आपको सिलेक्टिव होना पड़ेगा.
चड्ढा ने आगे कहा कि ये वक्त बार्गेन बायर्स के लिए भी अच्छा समय होगा. इसके साथ ही ये वो समय भी है जब बहुत नेगेटिविटी होती है. यही समय होता है कि जब आपको अच्छा भाव और वैल्यू मिलते हैं. इसके बारे में बात करते हुए कि सपोर्ट कहां से मिल सकता है, चड्ढा ने जिक्र किया कि फाइनेंशियल सेक्टर उन्हें ओवसोल्ड लगता है.
कंप्लीट सर्कल के CIO ने कहा, एसेट क्वालिटी पर बहुत-सी नकारात्मकता दिखती है. ये माइक्रोफाइनेंस से शुरू हुआ है. अब ब्रोकरेजेज कमर्शियल व्हीकल पोर्टफोलियो और गोल्ड लोन के वितरण में तनाव की बात कर रहे हैं. डिस्ट्रीब्यूशन ज्यादा है, जिससे खपत पर दबाव है.
टॉप एनालिस्ट के मुताबिक हालांकि IT जैसे सेक्टर्स में सकारात्मक संकेत देखने को मिल सकते हैं. उन्होंने जिक्र किया कि एक्सेंजर जैसी कंपनियों ने अपनी फाइनेंशियल गाइडेंस में बढ़ोतरी की है.
इसी तरह IT में कुछ मदद देखने को मिल सकती है. एक्सेंचर ने गाइडेंस बढ़ा दी है. और अगर अमेरिका में रिवाइवल आने वाला है तो कॉरपोरेट टैक्स में कटौती हो सकती है और डिस्क्रिशनरी खर्च में इजाफा देखने को मिल सकता है.
चड्ढा ने जोर दिया कि व्यक्ति को IT शेयरों को चुनते हुए सिलेक्टिव होना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां भी आपको थोड़ा ज्यादा सिलेक्टिव होने की जरूरत है. सिर्फ एक थीम ही सब कुछ नहीं करेगी. कहीं पूरा फार्मा अच्छा करेगा, तो कहीं पूरा IT. मैं सोचता हूं कि आपको सिलेक्टिव होना चाहिए और ये पता लगाना चाहिए कि अर्निंग्स सपोर्ट कहां है.