HDFC बैंक में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की शेयरहोल्डिंग में गिरावट आई है. बैंक ने मंगलवार को अपना अप्रैल-जून तिमाही का शेयरहोल्डिंग डेटा जारी किया, जिसके मुताबिक जून 2024 तिमाही तक HDFC बैंक में FIIs की शेयरहोल्डिंग गिरकर 54.83% पर आ गई है, जबकि इसकी पिछली तिमाही में शेयरहोल्डिंग 55.54% रही थी. ये इस बात की ओर इशारा करता है कि MSCI में निवेश तेजी से बढ़ा है. ये बदलाव MSCI इंडेक्स की FII शेयरहोल्डिंग 55.5% से कम रखने की जरूरत के मुताबिक भी है.
रिसर्च फर्म नुवामा के मुताबिक FIIs शेयरहोल्डिंग में गिरावट से MSCI इंडेक्स में HDFC बैंक के वेटेज में एक बड़ा उछाल आने की संभावना है. HDFC और HDFC बैंक के विलय के समय, MSCI ने विलय वाली यूनिट का लिए कम वेटेज दिया था, ऐसा इसलिए था क्योंकि विदेशी निवेशकों के लिए हेडरूम 15% के करीब था.
मौजूदा वक्त में HDFC बैंक का वेटेज 3.95% है, लेकिन शेयरहोल्डिंग में गिरावट के साथ, ये 7.2% और 7.5% के बीच बढ़ सकता है, नुवामा ने एक नोट में कहा, एडजस्टमेंट की वजह से इनफ्लो में तेजी आने की उम्मीद है और ये 3.2 बिलियन से 4 बिलियन डॉलर के बीच रहने का अनुमान है.
इस वजह से HDFC बैंक के ADR में भी मंगलवार को तेजी देखने को मिली है. ये करीब 4.5% तक चढ़ा है
MSCI इंडेक्स रीबैलेंसिंग अब अगस्त में होनी है, आधिकारिक ऐलान 13 अगस्त को होगा और इनफ्लो 30 अगस्त को अनुमानित है.