MSCI EM IMI इंडेक्स में भारत का वेटेज चीन से ज्यादा हो गया है, मॉर्गन स्टैनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत ने इस हफ्ते MSCI EM IMI इंडेक्स में सबसे ज्यादा वेटेज हासिल करके चीन को पीछे छोड़ दिया और EM इंडेक्स में सबसे आगे निकलने की राह पर है. मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि भारत अब सबसे बड़ा इमर्जिंग मार्केट्स बनने के लिए तैयार है.
मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) ने गुरुवार को कहा कि MSCI इमर्जिंग मार्केट (EM) इंडेक्स में भारत के बढ़ते वेट की वजह से देश के वित्तीय बाजारों में ज्यादा फॉरेन फ्लो आएगा. भारत, चीन को पीछे छोड़ते हुए इस हफ्ते MSCI EM इंडेक्स में सबसे ज्यादा वेटेज वाला देश बन गया है.
इन्वेस्टमेंट बैंक ने एक नोट में कहा कि भारत का ग्लोबल इंडेक्स में करीब वेटेज अब करीब 2% है और ये ट्रैकिंग एरर (एक तरह से पोर्टफोलियो रिस्क मापना) नहीं है. इसलिए ग्लोबल फंड्स को भारतीय ETF या शेयरों को खरीदने की जरूरत है.
कंपनी ने जिक्र किया कि फॉरेन पोर्टफोलियो फ्लो को घरेलू मार्केट भागीदारों से चुनौती मिल रही है, जो उनसे ज्यादा बोली लगा रहे हैं.
इंडेक्स एग्रीगेटर की ओर से अगस्त के लिए किए गए तिमाही रिव्यू के मुतााबिक भारत का EM इंडेक्स में वेटेज बढ़कर 19.8% के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. मई में ये 18.8% रहा था. इससे पहले टॉप पर मौजूद रहने वाला चीन 24.7% से गिरकर 24.2% पर आ गया है.
मॉर्गन स्टैनली ने कहा कि इंडेक्स वेट का बढ़ना उत्साह दिखाता है. लेकिन उसने जिक्र किया कि कुछ फंडामेंटल फैक्टर्स जैसे भारतीय कंपनियों के फ्री फ्लोट में सुधार और बढ़ती आय वजह हो सकती हैं.
उनके मुताबिक भारत की EM में नई जगह कोई चिंता की बात नहीं है. देश की ग्लोबल GDP और ग्लोबल मार्केट्स में हिस्सेदारी बढ़ रही है. वो अमेरिकी बैंक की EM कैटेगरी में टॉप पिक और एशिया पैसेफिक में जापान के बाद दूसरे नंबर की पसंद है.
बैंक ने कहा कि भारतीय इक्विटी में कोई भी करेक्शन बहुत हल्का होगा. उसने कहा कि भविष्य में बुल मार्केट पीक की संभावना है और EM इंडेक्स में भारत का वेटेज अभी आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है.