ADVERTISEMENT

RBI की कार्रवाई का असर, 10% से ज्यादा टूटा कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर

RBI ने बैंक को कॉम्प्रीहेंसिव एक्सटर्नल ऑडिट कराने का निर्देश भी दिया है. इसके बाद RBI रिव्यू करेगा. ये एक्सटर्नल ऑडिट संबंधित सुधार करने के बाद खुद कोटक महिंद्रा बैंक करवाएगा, जिसके लिए पहले RBI से एप्रूवल लेना होगा.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी09:53 AM IST, 25 Apr 2024NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

इस भारी गिरावट के चलते कोटक महिंद्रा बैंक के मार्केट कैप से 36,622.49 करोड़ रुपये साफ हो चुके हैं. बुधवार को ही रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक पर कार्रवाई की थी. जिसके मुताबिक अब बैंक ना तो ऑनलाइन नए ग्राहक जोड़ पाएगा और ना ही नए क्रेडिट कार्ड इश्यू कर पाएगा.

मतलब क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ ऐप के जरिए भी कोटक महिंद्रा बैंक नए कस्टमर्स को सेवाएं नहीं दे पाएगा. दरअसल IT नियमों में ढील के चलते RBI ने ये कार्रवाई की है.

दरअसल बैंक के IT सिस्टम में RBI को खामियां मिली थीं. इस पर बैंक से सुधार कर जवाब भी मांगा गया था, जो RBI को संतोषजनक नहीं लगा. RBI ने ये कार्रवाई 2022 और 2023 की IT जांच के बाद की है.

RBI द्वारा जारी स्टेटमेंट के मुताबिक, 'लगातार दो सालों तक बैंक के IT रिस्क एसेसमेंट और इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी गवर्नेंस में खामियां पाई गईं. ये रेगुलेटरी गाइडलाइंस के हिसाब से नहीं थे.'

कराना होगा एक्सटर्नल ऑडिट

RBI ने बैंक को कॉम्प्रीहेंसिव एक्सटर्नल ऑडिट कराने का निर्देश भी दिया है. इसके बाद RBI रिव्यू करेगा. ये एक्सटर्नल ऑडिट संबंधित सुधार करने के बाद खुद कोटक महिंद्रा बैंक करवाएगा, जिसके लिए पहले RBI से एप्रूवल लेना होगा.

HDFC बैंक पर भी हो चुकी है ऐसी ही कार्रवाई

दिसंबर 2020 में RBI ने HDFC बैंक पर भी नए कार्ड इश्यू करने और नए डिजिटल इनीशिएटिव शुरू करने पर रोक लगा दी थी.

ये कार्रवाई भी IT और टेक्नोलॉजिकल खामियों के चलते की गई थी. इसके बाद 11 मार्च 2022 को रिजर्व बैंक ने HDFC बैंक पर लगे सभी प्रतिबंधों को खत्म कर दिया था.

कोटक महिंद्रा बैंक का क्रेडिट कार्ड बिजनेस, कुल बिजनेस का करीब 3.8% है. बैंक के पास देश के कुल क्रेडिट कार्ड मार्केट में करीब 4% की हिस्सेदारी है.

बता दें 2003 में कोटक महिंद्रा फाइनेंस को बैंकिंग लाइसेंस मिला था. ये बैंक में तब्दील होने वाली पहली NBFC थी. इसके बाद कोटक महिंद्रा बैंक अस्तित्व में आया था.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT