इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन एंड टूब्रो (Larsen & Toubro) ने 10,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक के लिए 12 सितंबर को रिकॉर्ड डेट तय किया है.
25 जुलाई को L&T ने 10,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक का ऐलान किया था, जो कि कंपनी के 85 वर्षों के इतिहास में पहली बार है. जिसके जरिए L&T 2 रुपये की फेस वैल्यू पर 3.33 करोड़ रुपये शेयरों का बायबैक करेगी. शेयर बायबैक का मैक्सिमम प्राइस 3,000 रुपये तय किया गया है, जो कि मौजूदा मार्केट प्राइस से करीब 14% ज्यादा है, ये टेंडर ऑफर रूट के जरिए किया जाएगा. इसमें कंपनी शेयर के एक प्राइस फिक्स का ऐलान करती है, जिस पर वो मौजूदा शेयरहोल्डर्स से शेयरों को बायबैक करती है.
टोटल इक्विटी के 2.4% शेयरों का बायबैक किया जाएगा. बायबैक के खुलने और बंद होने की टाइमलाइन का अभी ऐलान नहीं किया गया है.
SEBI के नियमों के मुताबिक, कुल टेंडर ऑफर का 15% छोटे शेयरधारक कैटेगरी के लिए रिजर्व है, यानी ऐसे निवेशक जिनका रिकॉर्ड डेट तक कंपनी में 2 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश नहीं है. इस कंपनी में कुल पब्लिक होल्डिंग 100% है और छोटे शेयरधारक कैटेगरी की होल्डिंग 18.52% या 25.70 करोड़ है. यानी 3.33 करोड़ शेयरों के बायबैक ऑफर का 15% कंपनी के छोटे शेयरधारकों के लिए रिजर्व होगा, जो 49 लाख शेयर होते हैं, रिटेल कैटेगरी के लिए एक्सेप्टेंस रेश्यो 2% होगा.
L&T ने 26 अगस्त को ऐलान किया था कि 12 सितंबर 10,000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक के लिए रिकॉर्ड डेट होगी. शुक्रवार को NSE पर L&T का शेयर 2,638.40 रुपये पर बंद हुआ था, फिलहाल ये 1% की मजबूती के साथ 2,674 रुपये पर ट्रेड कर रहा है, हालांकि इंट्राडे में ये 2,683.15 रुपये तक गया था.
बायबैक समूह की 'लक्ष्य 2026' योजना के हिस्से के रूप में इक्विटी पर रिटर्न में सुधार करने की L&T के की योजना का हिस्सा है. बायबैक से L&T के की प्रति शेयर आय और RoE बढ़ने की उम्मीद है.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, L&T को ट्रैक करने वाले 41 एनालिस्ट्स में से 38 ने स्टॉक पर 'BUY' रेटिंग को बरकरार रखा है, 1 ने 'HOLD' करने की सलाह दी है और दो ने 'SELL' की सलाह दी है.