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NSE ने F&O कॉन्ट्रैक्ट्स की सोमवार से एक्सपायरी का टाला फैसला, 4 अप्रैल से लागू होना था नियम

SEBI के प्रस्ताव के मुताबिक अब हर एक्सचेंज को सिर्फ एक ही दिन वीकली एक्सपायरी का ऑप्शन मिलेगा.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी08:59 AM IST, 28 Mar 2025NDTV Profit हिंदी
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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने सोमवार को एक्सपायरी की अपनी योजना को फिलहाल के लिए टाल दिया है. NSE का ये फैसला मार्केट रेगुलेटर के F&O एक्सपायरी को लेकर कंसल्टेशन पेपर जारी करने के बाद आया है. जिसमें कॉन्ट्रैक्ट एक्सपायरी के लिए मंगलवार और गुरुवार में से किसी एक दिन को तय करने की बात कही गई है.

सोमवार को एक्सपायरी की योजना थी

NSE ने गुरुवार देर रात एक सर्कुलर जार कर बताया 'सभी सदस्यों को ध्यान देना होगा कि SEI के कंसल्टेशन पेपर को देखते हुए इस सर्कुलर को अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है.' NSE की योजना 4 अप्रैल से सोमवार को एक्सपायरी लागू करने की थी. 4 मार्च को देश के सबसे बड़े एक्सचेंज ने इसे लेकर ऐलान किया था कि वो निफ्टी वीकली कॉन्ट्रैक्ट्स को गुरुवार से सोमवार को ट्रांसफर करेगा, लेकिन SEBI के नए प्रस्ताव से NSE ने इस फैसले को फिलहाल रोक लिया है.

निफ्टी, बैंक निफ्टी, फिननिफ्टी, निफ्टी मिडकैप सिलेक्ट और निफ्टी नेक्स्ट50 के फ्यूचर्स और ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स के मंथली और तिमाही एक्सपायरी दिन भी एक्सपायरी महीने के अंतिम सोमवार को ट्रांसफर किए जाने थे. इसके अलावा, एक्सचेंज ने निफ्टी अर्ध-वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी दिनों को भी गुरुवार से सोमवार में ट्रांसफर कर दिया था. फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O) कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी दिनों में ये बदलाव तब आया था जब NSE ने 1 जनवरी, 2025 से अलग अलग कॉन्ट्रैक्ट्स के एक्सपायरी दिनों को गुरुवार के साथ मिलाया था.

SEBI का प्रस्ताव

SEBI के प्रस्ताव के मुताबिक अब हर एक्सचेंज को सिर्फ एक ही दिन वीकली एक्सपायरी का ऑप्शन मिलेगा. उन्हें मंगलवार या गुरुवार में से किसी एक दिन को चुनना होगा.केवल बेंचमार्क इंडेक्स ऑप्शन्स को ही वीकली एक्सपायरी की इजाजत होगी.

बाकी सभी कॉन्ट्रैक्ट्स जैसे इंडेक्स फ्यूचर्स, नॉन-बेंचमार्क इंडेक्स ऑप्शन्स और स्टॉक ऑप्शन्स की मिनिमम वैधता 1 महीने होगी और एक्सपायरी हर महीने के आखिरी हफ्ते में होगी. किसी भी नए कॉन्ट्रैक्ट का लाने या एक्सपायरी तारीख लागू करने से पहले एक्सचेंज को SEBI से मंजूरी लेनी होगी.

हालांकि SEBI ने अपने कंसल्टेशन पेपर पर 17 अप्रैल तक जनता से टिप्पणियां मंगाई हैं.

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