पतंजलि फूड्स (Patanjali Foods) ने शुक्रवार को जानकारी दी कि वो अपनी पेरेंट कंपनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (Patanjali Ayurved Ltd.) के नॉन-फूड बिजनेस के अधिग्रहण के प्रस्ताव का वैल्यूएशन करेगी.
हालांकि, कंपनी ने अभी तक नॉन-फूड प्रोडक्ट्स की कैटेगरी का अधिग्रहण करने पर फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है. अपना नाम न बताने की शर्त पर मामले से जुड़े सूत्र ने बताया कि कंपनी पतंजलि आयुर्वेद से डेंटल केयर, हाउसहोल्ड केयर और पर्सनल केयर कैटेगरी से प्रोडक्ट्स का अधिग्रहण कर सकती है.
आयुर्वेदिक डिवीजन में सीरप, टैबलेट और दूसरे फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट्स पेरेंट कंपनी पतंजलि आयुर्वेद के पास ही रहेंगे.
बात करें कंपनी के नॉन-फूड बिजनेस सेल्स की, तो FY24 में दिसंबर 2023 तक 3,893.22 करोड़ रुपये रही थी, जो कि प्रोमोटर्स के ओवरऑल टर्नओवर का कुल 80% है. कंपनी ने इसकी जानकारी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज को फाइलिंग के जरिए दी है.
पतंजलि ने रेगुलेटरी फाइलिंग में जानकारी दी, 'बोर्ड ने पतंजलि आयुर्वेद के नॉन-फूड पोर्टफोलियो के साथ तालमेल को बेहतर करने के लिए आर्म के आधार पर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी'.
इस प्रस्ताव के लिए 3 सदस्यों की कमिटी का गठन किया गया है.
कमिटी ने इसके लिए कई प्रोफेशनल्स को डील के नियमों और परिस्थितियों पर बातचीत और मोलभाव करने के लिए अधिकृत किया है. सूत्र के मुताबिक, अगले 10-15 दिन के अंदर वो इस मामले पर अपनी रिपोर्ट देंगे.
2021 में पतंजलि आयुर्वेद ने अपना बिस्किट, ब्रेकफास्ट सेरियल्स और नूडल्स बिजनेस अपनी इस सब्सिडियरी पतंजलि फूड्स को 65 करोड़ रुपये में दे दिया था. इसके बाद कंपनी ने अपना फूड्स बिजनेस भी जुलाई 2022 में 690 करोड़ रुपये में पतंजलि फूड्स को दे दिया था.
सितंबर 2022 में, बाबा रामदेव ने घोषणा की कि पतंजलि ग्रुप अगले 5 साल में पतंजलि आयुर्वेद, पतंजलि वेलनेस, पतंजलि लाइफस्टाइल और पतंजलि मेडिसिन को लिस्ट कराने का प्लान कर रहा है. फिलहाल, पतंजलि फूड्स ही इकलौती कंपनी है जो शेयर बाजार में लिस्टेड है.