पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) पर बीते कई दिनों से चल रहे विवाद और बंद होने की लटकती तलवार के बीच फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) कंपनी के कमबैक पर बहुत आश्वस्त नजर आ रहे हैं.
31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक के डिपॉजिट लेने पर RBI की रोक के बाद विजय शेखर शर्मा पहली बार पब्लिकली नजर आए.
जापान के टोक्यो में हुए फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में शर्मा ने कहा, 'एक बड़ी चीज, जो मैंने सीखी है कि आपके टीममेट्स और सलाहकार कई बार आपको नहीं समझ सकते हैं'. उन्होंने कहा, 'लेकिन ऐसे मौकों पर आपको आपके टीममेट्स और सलाहकारों का सहयोग लेने के बजाय वही रहना चाहिए, जो आप हैं'.
शर्मा अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को एक बार फिर से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. ये भी तब है, जब बैंक रेगुलेटर RBI ने खुद ही बैंक की रीढ़ माने जाने वाले फाइनेंशियल और पेमेंट्स सर्विसेज पर रोक लगा दी है.
पेटीएम (Paytm) और पेटीएम पेमेंट्स बैंक हैं तो दोनों विजय शेखर शर्मा के दिमाग की उपज, लेकिन पेटीएम का शेयर बाजार में ट्रेड होता है, जबकि पेटीएम पेमेंट्स बैंक बाजार में लिस्टेड नहीं है.
फरवरी में शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था. ये फैसला 31 जनवरी को RBI की ओर से बैंक पर प्रतिबंध लगाने के एक महीने के अंदर आया है. रेगुलेटर ने बैंक पर ये प्रतिबंध कई साल तक चेतावनी देने के बाद लगाया है.
शर्मा मानते हैं कि स्टार्टअप्स के लिए माहौल बेहतर बनाने में रेगुलेटर्स का बड़ा योगदान रहा है.
31 जनवरी के बाद से अब तक पेटीएम पेमेंट्स बैंक की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस में 45% की गिरावट आ चुकी है. एक्सिस बैंक (Axis Bank) के साथ डील के बाद पेटीएम (Paytm) के शेयरों में ऑल टाइम लो से कुछ रिकवरी आई है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक फिलहाल ऐसे ही अन्य कई बैंकों को पार्टनर के तौर पर शामिल करने पर काम कर रहा है.
शर्मा ने कहा, 'एशिया के पास अगली पीढ़ी के लिए फाइनेंशियल सिस्टम का निर्माण करने का मौका है. मैं अपने जीवन में पेटीएम को एशिया का लीडर बनाने के लिए काम करूंगा'.
शर्मा के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 51% हिस्सेदारी है, बाकी हिस्सेदारी पेटीएम के पास है. रेगुलेटर की कार्रवाई के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक बोर्ड में बड़ा उलटफेर नजर आया. कंपनी ने 4 नए डायरेक्टर्स की नियुक्ति की, वहीं शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दिया.
उन्होंने कंपनी के पार्ट-टाइम नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद से भी इस्तीफा दिया. ये वही कंपनी है, जिसे खुद विजय शेखर शर्मा ने रचाया बसाया है.
रेगुलेटर RBI ने कहा था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर ये एक्शन कई बार सुधरने का मौका देने और बैंक की ओर से उस पर कोई काम नहीं किए जाने के बाद किया गया है. शर्मा ने कहा कि उनके पास पेटीएम के लिए स्ट्रैटेजी है, जिसमें इंडियन मार्केट के लिए नई बैंक पार्टनरशिप और एशियाई बाजार में भौगोलिक फैलाव बढ़ाना है.
उन्होंने कहा, 'जब कहीं भी दो विचार होते हैं, तो चिंता बहुत बढ़ती है. लेकिन जब आप स्पष्ट होते हैं, आप जानते हैं, तो ये आपके मिशन को और दृढ़ बनाता है'.
शर्मा ने कहा, 'ये एक बड़ा दिन है जब मुझे नए सबक सीखने और नए अवसरों के साथ काम करने का मौका मिल रहा है'.