सोमवार को भारतीय बाजारों में आई जबरदस्त गिरावट के बाद आज ग्लोबल मार्केट्स से संकेत अच्छे ही दिख रहे हैं, GIFT निफ्टी की शुरुआत पॉजिटिव हुई है, अमेरिकी बाजार कल रिकॉर्ड हाई पर बंद हुए हैं. जापान को छोड़कर ज्यादातर एशिया के बाजार आज बंद हैं. चीन के बाजारों में आज से एक हफ्ते की छुट्टी है, हॉन्ग कॉन्ग और कोरिया के बाजार भी बंद रहेंगे. इसलिए वहां से कोई संकेत नहीं हैं. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में हल्की मजबूती लौटी है और ये 100.80 पर हैं. अमेरिका की 10 साल की बॉन्ड यील्ड 3.77% पर स्थिर है. कच्चा तेल बिल्कुल सपाट है, सोने और चांदी की कीमतें अपने हाई से नीचे उतर चुकी हैं.
अमेरिकी बाजारों से फेड रेट कट का हैंग ओवर धीरे-धीरे कम हो रहा है, हालांकि सोमवार को तीनों इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुआ हैं. डाओ महज 17 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ है, लेकिन ये हल्की सी बढ़त मायने इसलिए रखती है क्योंकि डाओ निचले स्तरों से 400 अंक रिकवर हुआ है. डाओ इंट्राडे में 42,000 के नीचे भी फिसला. नैस्डैक में 70 अंकों की बढ़त रही है, S&P500 में भी करीब 0.5% की मजबूती देखने को मिली है.
एक और ध्यान देने वाली बात ये है कि सितंबर का महीना हमेशा से ही अमेरिकी बाजारों के लिए खराब माना जाता रहा है, लेकिन 5 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि सितंबर में बाजार बढ़त के साथ बंद हुए हैं. सितंबर में डाओ जोंस 3.4%, S&P500 4% और नैस्डैक 6% की बढ़त के साथ बंद हुए हैं.
GIFT निफ्टी में फ्लैट लेकिन हरे निशान में शुरुआत हुई है, फिलहाल ये 26,000 के ऊपर टिके रहने की कोशिश कर रहा है. आज जापान के बाजार जो सोमवार को 5% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे, उसमें तेजी लौटी है, निक्केई फिलहाल 600 अंकों की दमदार तेजी दिखा रहा है. बाकी एशियाई बाजारों में चीन के बाजार एक हफ्ते के लिए छुट्टी पर चले गए हैं, हॉन्ग कॉन्ग और कोरिया के बाजार भी आज बंद हैं. इसलिए वहां से भारतीय बाजारों के लिए कोई संकेत नहीं हैं.
कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता है. हालांकि ब्रेंट क्रूड 72 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसल गया है. कमजोर ग्लोबल डिमांड में बढ़ोतरी के बीच मार्केट में अतिरिक्त सप्लाई आने की संभावना ने उन चिंताओं को दूर कर दिया है कि मिडिल ईस्ट में बढ़ते संघर्ष से प्रमुख उत्पादक क्षेत्र में एक्सपोर्ट में रुकावट आ सकती है. ब्रेंट क्रूड फिलहाल 71.80 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है, WTI क्रूड 68 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर टिका हुआ है. सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तरों से फिसल चुकी हैं. सोने ने 2,696.90 का रिकॉर्ड हाई बनाया था, लेकिन अब कीमतें 2,659 डॉलर प्रति आउंस पर आ चुकी हैं. चांदी भी 31.50 डॉलर प्रति आउंस पर बनी हुई है. यानी एक तरह से कमोडिटी मार्केट में उतनी ज्यादा उथल पुथल नहीं है.
Automobile stocks: टाटा मोटर्स, आयशर मोटर्स और बजाज ऑटो जैसे ऑटोमोबाइल स्टॉक फोकस में होंगे क्योंकि ऑटोमोबाइल कंपनियां सितंबर के लिए अपने प्रोडक्शन और बिक्री के आंकड़े जारी करेंगी
NTPC: कंपनी ने राज्य में 25 गीगावाट की रीन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के विकास के लिए राजस्थान सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए
Kalpataru Projects International: कंपनी को भारत और व्यापक विदेशी बाजार से ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस में 1,241 करोड़ रुपये के ऑर्डर के साथ-साथ भारत में रेजिडेंशियल कमर्शियल बिल्डिंग्स प्रोजेक्ट्स को लेकर ऑर्डर मिले.
Bank of Maharashtra: कंपनी QIP से 3,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. डील साइज 1,750 करोड़ रुपये तय किया गया है, जिसमें अतिरिक्त 1,750 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी की जा सकती है. कंपनी 57.36 रुपये प्रति शेयर के इंडिकेटिव प्राइस पर 8.6% हिस्सेदारी या 61 करोड़ शेयर बेचने पर विचार कर रही है
Tata Power: कंपनी राजस्थान में बिजली वितरण, ट्रांसमिशन और ग्रीन ट्रांजीशन के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी