सरकारी कंपनियों (PSU) के शेयरों में पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में बड़ी गिरावट देखी गई है. निवेशकों के पोर्टफोलियो में बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. निवेशकों (Investors) ने सिर्फ सरकारी कंपनियों में 4.28 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की दौलत गंवाई. निफ्टी PSE में तीन सेशन के दौरान 5.49% की गिरावट आई.
जिस शेयर में सबसे बड़ा नुकसान हुआ वो भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का है. इसमें पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में 79,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली.
इसके बाद NHPC है जिसके शेयर में पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन में 23.65% की गिरावट आई. इसके बाद ऑयल इंडिया, REC और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया का नंबर आता है.
NSE PSU बैंकों में इंडियन ओवरसीज बैंक के मार्केट कैप में सबसे बड़ी गिरावट आई. इसके बाद UCO बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया आते हैं. इंडेक्स में पिछले तीन सेशन में 2.35% तक की गिरावट देखने को मिली.
JM फाइनेंशियल सर्विसेज में इक्विटी डेरिवेटिव्स रिसर्च की असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट सोनी पटनायक ने कहा कि प्रॉफिट बुकिंग होने के चलते हमें ये उतार-चढ़ाव देखने को मिला. जो करेक्शन हुआ उससे बहुत अच्छी बाय-ऑन-डिप की स्ट्रैटजी मिली, खासतौर पर NTPC, कोल इंडिया, ONGC जैसे शेयरों में. ये शेयर उस स्तर तक आ गए हैं जहां निवेशक दोबारा निवेश कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 फरवरी को कहा था कि सरकारी क्षेत्र की कंपनियों की नेटवर्थ में बड़ा उछाल देखने को मिला है. उनकी सरकार के पिछले 10 साल में उनके प्रदर्शन में लगातार सुधार आया है. मोदी ने राज्यसभा में कहा था कि PSUs में लोगों का भरोसा पिछले 10 साल में बढ़ा है. इसके साथ उनका प्रदर्शन भी बेहतर हुआ.