क्वांट म्यूचुअल फंड (Quant Mutual Fund) के स्मॉल और मिडकैप स्कीम्स अपनी कैटेगरी में सबसे ज्यादा गिरी हैं. बुधवार को ब्रॉडर मार्केट के क्रैश होने की वजह से ऐसा हुआ. ब्रॉडर मार्केट के मार्केट कैप में 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. स्मॉलकैप (Small Cap) स्कीम्स में क्वांट स्मॉलकैप के NAV में सबसे ज्यादा 5.8% की गिरावट आई है.
जबकि मिडकैप स्कीम्स (Midcap) में क्वांट मिडकैप फंड के NAV में सबसे ज्यादा 4.9% की गिरावट आई है. ये डेटा म्यूचुअल फंड हाउसेज की ओर से एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया को दिया गया है.
24 स्मॉलकैप स्कीम्स में 3.98% और 29 मिडकैप स्कीम्स में 3.51% की औसत गिरावट आई है.
स्मॉलकैप स्कीम्स में PGIM इंडिया स्मॉलकैप फंड और UTI स्मॉलकैप फंड में सबसे कम गिरावट दिखी है. जबकि मिडकैप फंड्स में मोतीलाल ओसवाल मिडकैप फंड और PGIM इंडिया मिडकैप अपॉर्चुनिटीज में सबसे कम गिरावट आई.
निफ्टी स्मॉलकैप 250 में बुधवार को 5% से ज्यादा की गिरावट दिखी. इससे निवेशकों की दौलत में 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. जबकि निफ्टी मिडकैप 150 में 4% से ज्यादा की ज्यादा की गिरावट आई. इससे उसके कम्युलेटिव मार्केट कैपिटलाइजेशन में 3 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.
एक म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन को एक दिन के आधार पर नहीं देखना चाहिए. एडवाइजर्स चीन से पांच साल की अवधि के दौरान प्रदर्शन को देखते हैं. इसमें वो कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ और रोलिंग रिटर्न दोनों पर नजर रखते हैं.
हालांकि भारी बिकवाली के दिन में एक स्कीम की रिलेटिव परफॉर्मेंस से कुछ बातें पचा चलती हैं. इनमें सबसे ज्यादा कैपिटल के नुकसान पर किसी फंड मैनेजर की सुरक्षा देने की क्षमता है. दूसरे शब्दों में अगर फंड मैनेजर का पोर्टफोलियो बेंचमार्क से कम गिरता है तो यानी ये अच्छा है.