रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयरों में नवंबर 2022 से अब तक करीब 15% की गिरावट आई है. अब ब्रोकरेज फर्म CLSA के मुताबिक, ये निवेशकों के लिए एक आकर्षक मौका हो सकता है. CLSA ने RIL का टारगेट प्राइस 2,970 रुपये तय किया है. आज यानी 21 मार्च को RIL के शेयरों में दोपहर 2 बजे तक करीब 3% की तेजी देखी गई और 2,263 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
CLSA ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर 'खरीदारी' की राय दी है. RIL का शेयर बीते 4 महीनों में 20% से अधिक फिसला है. अब CLSA ने कहा है कि मौजूदा मार्केट प्राइस से शेयरों में 35% की तेजी देखने को मिल सकती है. इसके लिए CLSA ने शेयर का लक्ष्य 2970 रुपये तय किया है.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी पर नजर रखने वाले 37 एनालिस्ट्स में से 32 ने खरीदारी की राय दी है, दो ने 'होल्ड' की सलाह दी, और तीन ने बेचने की राय दी.
ब्रोकरेज फर्म CLSA ने 20 मार्च के एक नोट में कहा कि मौजूदा वैल्यूएशन से सिर्फ 5% ज्यादा है, जब कंपनी के टेलीकॉम ग्रुप ने तीन साल पहले रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड और रिलायंस रिटेल लिमिटेड में हिस्सेदारी निजी इक्विटी फर्म्स को बेची थी. वहीं CLSA के मुताबिक RIL की ऑयल-टू-केमिकल यूनिट (O2C) को 75 अरब डॉलर के कारोबार वैल्यूएशन से 15% डिस्काउंट पर देख रही है, जिस पर उसने अरामको को हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी.
CLSA के मुताबिक 2024 के लिए 5G स्मार्टफोन लॉन्च एक बड़ा ट्रिगर है. 5G के लिए 2500 करोड़ डॉलर का निवेश संभव है. वहीं न्यू एनर्जा में 1000 करोड़ का कैपेक्स हो सकता है. रिटेल बिक्री की जगह और ई-कॉमर्स पहुंच को दोगुना करना कंपनी का लक्ष्य होगा.
CLSA ने कहा है कि RIL 1 साल में जियो और रिटेल का IPO ला सकती है. ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक बढ़ते 5G कैपेक्स के बावजूद कंसोलिडेट लेवरेज नियंत्रण में रहना चाहिए और अपने EBITDA से दो गुना नीचे रहना चाहिए.
इंडिपेंडेंस और कैम्पा कोला के हालिया ब्रांड लॉन्च से पता चलता है कि 2023 में RIL के FMCG क्षेत्र में तेजी आई है.
कंपनी वायरलेस ब्रॉडबैंड सेगमेंट को बढ़ाने और किफायती 5G स्मार्टफोन लॉन्च करने के लिए अपने पोर्टेबल 5G डिवाइस (जियो एयरफाइबर) की पेशकश शुरू करेगी.
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी, गैसोलीन स्प्रेड में तेजी और विंडफॉल टैक्स के करीब करीब खत्म होने से रिफाइनिंग मार्जिन बढ़ा है.
चीन के फिर से खुलने के बाद पेट्रोकेमिकल प्रोडक्ट स्प्रेड भी निचले स्तर से उछल गया है.
JP Morgan ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर ओवरवेट रेटिंग दी है शेयरों का संशोधित प्राइस 2960 रुपये रखा है. JP Morgan के मुताबिक करंट प्राइस से शेयरों में 33% अपसाइड देखने को मिल सकती है.