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RBI ने बजाज फाइनेंस के ई-कॉम और इंस्टा EMI कार्ड से प्रतिबंध हटाया, शेयर 8% चढ़ा

पिछले साल नवंबर में डिजिटल लोन नियमों के कथित उल्लंघन के लिए रिजर्व बैंक ने बजाज फाइनेंस को अपने उत्पादों की दो कैटेगरीज के तहत लोन बांटने पर तुरंत प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी08:55 AM IST, 03 May 2024NDTV Profit हिंदी
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रिजर्व बैंक (RBI) ने बजाज फाइनेंस की eCOM और ऑनलाइन डिजिटल इंस्टा EMI कार्ड प्रोडक्ट्स से बैन तुरंत प्रभाव से हटा लिया है. बजाज फाइनेंस ये एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए गुरुवार को ये जानकारी दी है.

बजाज फाइनेंस से RBI के प्रतिबंध हटे

रिजर्व बैंक के प्रतिबंध हटाए जाने के बाद बजाज फाइनेंस ने ई-कॉम और इंस्टा EMI कार्ड के तहत लोन देना और नए कार्ड जारी करना फिर से शुरू कर दिया है. एक्सचेंज फाइलिंग में बजाज फाइनेंस ने कहा है 'अब, हम सूचित करना चाहते हैं कि RBI ने 2 मई, 2024 के अपने लेटर के जरिए कंपनी की ओर से उठाए गए सुधारात्मक कदमों के आधार पर, ई-कॉम और ऑनलाइन डिजिटल 'इंस्टा EMI कार्ड' पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध हटाने को लेकर जानकारी दी है.'

बजाज फाइनेंस ने मार्च तिमाही के लिए हुई एनालिस्ट कॉल में बताया कि उसने रिजर्व बैंक के सामने उसके डिजिटल लेंडिंग प्रोडक्ट्स पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए अपील की थी. उसके बाद रिजर्व बैंक ने ये फैसला लिया है.

प्रतिबंध हटने का असर शेयरों पर भी दिखा है. इंट्राडे में बजाज फाइनेंस का शेयर 7.52% चढ़कर 7,400 रुपये प्रति शेयर तक पहुंच गया, जो कि 24 अप्रैल के बाद सबसे ऊंचा भाव है.

पिछले साल नवंबर में डिजिटल लोन नियमों के कथित उल्लंघन के लिए रिजर्व बैंक ने बजाज फाइनेंस को अपने उत्पादों की दो कैटेगरीज के तहत लोन बांटने पर तुरंत प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था. रिजर्व बैंक की ये कार्रवाई कंपनी को कथित तौर पर केंद्रीय बैंक के डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइंस के मौजूदा प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए पाए जाने के बाद की गई थी.

क्यों लगी थी पाबंदी

रिजर्व बैंक ने कहा था कि "कंपनी द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के डिजिटल लेंडिंग गाइडलाइंस के मौजूदा प्रावधानों का पालन न करने, खासतौर पर इन दो लोन प्रोडक्ट्स के तहत लोन लेने वालों को मुख्य तथ्य विवरण जारी न करने और मुख्य तथ्य में कमियों के कारण यह कार्रवाई आवश्यक हो गई है.

पिछले वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही के लिए इनवेस्टर प्रेजेंटेशन के मुताबिक बजाज फाइनेंस के पास चार करोड़ से ज्यादा EMI कार्ड थे, जो सालाना आधार पर 22% ज्यादा थे. इसी अवधि में, इसने अपने डिजिटल चैनल्स के जरिए 40 लाख से ज्यादा EMI कार्ड दिए. जब रिजर्व बैंक ने प्रतिबंध लगाए तो इसका असर बिजनेस पर दिखा. जनवरी-मार्च तिमाही में, बजाज फाइनेंस के नए लोन 78 लाख थे, जो कि सालाना आधार पर सिर्फ 4% ज्यादा थे. मार्च तिमाही में PBT (profit before tax) भी सालाना आधार पर 20% बढ़कर 5,105 करोड़ रुपये हो गया.

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