ADVERTISEMENT

रिटेल निवेशक बदल रहे हैं प्लेटफॉर्म, SEBI का F&O में सट्टेबाजी रोकने का लक्ष्य नहीं हुआ हासिल

हालांकि शुरुआती डेटा से पता चलता है कि प्रीमियम टर्नओवर में कुल मिलाकर कुछ गिरावट आई है.
NDTV Profit हिंदीसजीत मंघाट
NDTV Profit हिंदी02:36 PM IST, 28 Nov 2024NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

डेरिवेटिव मार्केट (Derivatives market) में सट्टेबाजी पर अंकुश लगाने के लिए मार्केट रेगुलेटर SEBI अभी तक लक्ष्य हासिल नहीं कर पाया है. डेरिवेटिव से संबंधित नए और सख्त मानदंडों को लागू हुए अभी दो सप्ताह ही हुए हैं, लेकिन शुरुआती रुझान से पता चलता है कि NSE के लिए प्रीमियम टर्नओवर में गिरावट अपेक्षा से कम रही है, जबकि BSE में बढ़त हुई है.

शुरुआती डेटा से पता चलता है कि प्रीमियम टर्नओवर में ओवरआल बेसिस पर गिरावट आई है, लेकिन ये निफ्टी और सेंसेक्स वीकली ऑप्शंस में शिफ्ट हो गया है. गुरुवार और शुक्रवार हाई टर्नओवर वाले दिन बन गए हैं, जिसमें ट्रेडर्स निफ्टी एक्सपायरी ट्रेड से सेंसेक्स एक्सपायरी ट्रेड में सहजता से आगे बढ़ रहे हैं.

उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, NSE ने अपने साप्ताहिक इंडेक्स प्रीमियम टर्नओवर में औसतन 16% की गिरावट देखी है - जो अनुमान से बहुत कम है और BSE ने अपने औसत साप्ताहिक प्रीमियम टर्नओवर में 64% तक की ग्रोथ देखी है.

NSE की तुलना में BSE प्रीमियम टर्नओवर एब्सलूट टर्म में अभी भी काफी कम है. लेकिन टर्नओवर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा शुक्रवार को बढ़ गया है.

SEBI ने डेरिवेटिव मार्केट में रिटेल ट्रेडिंग को हतोत्साहित करने के लिए सख्त मानदंड लागू किए. चरणबद्ध तरीके से प्रत्येक एक्सचेंज को केवल बेंचमार्क इंडेक्स, यानी निफ्टी 50 और BSE सेंसेक्स के लिए वीकली एक्सपायरी की अनुमति दी गई थी.

इसके अलावा, डेरिवेटिव में गैंबलिंग करने वाले रिटेल निवेशकों के लिए ट्रेडिंग की लागत और मिनिमम ट्रेड साइज में बढ़ोतरी सुनिश्चित करने के लिए लॉट साइज बढ़ाई गई थी. BSE और NSE के आंकड़ों के मुताबिक, देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में इंडेक्स प्रीमियम टर्नओवर के लिए वीकली औसत में लगभग 16% की गिरावट देखी गई है, जबकि BSE ने इंडेक्स औसत प्रीमियम टर्नओवर में बढ़ोतरी देखी है.

इंडेक्स टर्नओवर में गिरावट बाजार की उम्मीद के अनुरूप है, लेकिन अपेक्षित गिरावट की तुलना में इसकी मात्रा बहुत कम है. ऐसा इसलिए है क्योंकि NSE जिसमें चार वीकली इंडेक्स एक्सपायरी थी, ट्रेडिंग टर्नओवर का बड़ा हिस्सा निफ्टी बैंक इंडेक्स वीकली ऑप्शंस से आता था अब ये निफ्टी 50 वीकली इंडेक्स और निफ्टी बैंक मंथली एक्सपायरी की ओर शिफ्ट हो गया है.

अप्रैल से सितंबर 2024 की अवधि के दौरान, मंथली एक्सपायरी के लिए प्रीमियम टर्नओवर 9.20 लाख करोड़ रुपये था और बैंक निफ्टी में वीकली एक्सपायरी के लिए प्रीमियम टर्नओवर 25.96 लाख करोड़ रुपये था. कुल प्रीमियम टर्नओवर का लगभग 75% वीकली एक्सपायरी है और लगभग 25% मंथली एक्सपायरी है, NSE ने दूसरी तिमाही की अर्निंग कॉल के दौरान ये खुलासा किया है.

NSE ने निफ्टी बैंक के मंथली कॉन्ट्रैक्ट्स में बदलाव से वीकली कारोबार पर प्रभाव की उम्मीद की थी.

NSE के MD और CEO आशीष कुमार चौहान ने दूसरी तिमाही की अर्निंग कॉल के दौरान कहा, 'ये 45:55 के बीच है, जहां निफ्टी 45 ​​है, और बैंक निफ्टी 55 है. इसलिए, इसका कुछ हिस्सा निफ्टी में जा सकता है, लेकिन कुछ हिस्सा वास्तव में डिसअप्पीयर हो जाएगा.'

ये अभी भी शुरुआती रुझान है, बाजार ने निफ्टी बैंक से निफ्टी में इंडेक्स प्रीमियम टर्नओवर शिफ्ट होते देखा है और साथ ही NSE से BSE के सेंसेक्स वीकली ऑप्शंस में माइग्रेशन देखा है. रिटेल निवेशक डेरिवेटिव में सट्टा लगाने के लिए अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर जा रहे हैं.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT