भारत के सिक्योरिटीज रेगुलेटर ने इस महीने कई अकाउंटिंग फ्रॉड का पता लगाया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक इससे छोटी कंपनियों के शेयरों (SME Shares) में तेजी पर रिस्क बढ़ा है. स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड दोनों कंपनियों Varanium क्लाउड और ऐड शॉप ई-रिटेल में गड़बड़ियां पाईं गईं.
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की ओर से जारी शुरुआती आदेश के मुताबिक इन दोनों कंपनियों ने शेयरों में तेजी के लिए अपने वित्तीय स्टेटमेंट्स का इस्तेमाल किया.
अथॉरिटीज ने देश के कैपिटल मार्केट से दोनों कंपनियों और उनके फाउंडर्स को बैन कर दिया है. रेगुलेटर ने इस साल की शुरुआत में छोटे IPOs की कीमतों में हेरफेर को लेकर चेतावनी जारी की थी. जानकारों ने कहा कि S&P BSE SME IPO इंडेक्स की तेजी पर असर पड़ सकता है. इसमें 2021 की शुरुआत के बाद 5,000% से ज्यादा की तेजी देखी गई है.
पिछले दो दशकों से भारतीय शेयर बाजार को ट्रैक करने वाले अंतरराष्ट्रीय मार्केट अंबरीश बालिगा ने कहा कि ये तो एक बड़ी समस्या की छोटी सी झलक भर है. कम रेगुलेशंस का मकसद बाजार में अच्छे SMEs की मदद करना था, लेकिन इसका गलत फायदा खराब और फ्रॉड SMEs ने उठाया.
टेक्नोलॉजी कंपनी Varanium क्लाउड ने 2022 में IPO से जुटाए गए पैसों का गलत इस्तेमाल किया था. SEBI ने 10 मई को आदेश में कहा था कि उसने झूठी सेल और खरीदारी को पेश करके वित्तीय स्टेटमेंट्स के साथ छेड़छाड़ की थी.
रेगुलेटर ने 6 मई को एक अलग नोटिस में कहा था कि ऐड शॉप ई-रिटेल ने सेल्स को ज्यादा दिखाने के लिए झूठे ट्रांजैक्शंस पेश किए थे. दोनों मामलों में फाउंडर्स ने जांच की अवधि के दौरान कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी घटाई थी.