शेयर बाजार का पुराना घोटालेबाज केतन पारेख एक बार फिर सुर्खियों में हैं. SEBI ने केतन पारेख के एक्सटेंडेड फ्रंट रनिंग घोटाले का खुलासा किया है. मार्केट रेगुलेटर ने इस फ्रंट रनिंग मामले में केतन पारेख, रोहित सलगांवकर और कुछ लोगों के खिलाफ अंतरिम आदेश दिया है. रेगुलेटर ने केतन पारेख, सिंगापुर के कारोबारी रोहित सालगांवकर और एक अन्य व्यक्ति को सेबी ने शेयर बाजार में ट्रेडिंग से बैन कर दिया है.
इन लोगों पर आरोप है कि ये लोग अमेरिका के एक FPI यानी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक के ट्रेड्स की जानकारी का गलत इस्तेमाल कर करोड़ों का फायदा कमा रहे थे. इन लोगों पर फ्रंट रनिंग के जरिए कुल ₹65.7 करोड़ से अधिक की अवैध कमाई की है. SEBI आदेश का मकसद गैरकानूनी तरीके से कमाये फायदे की रकम को जब्त करना भी है. ये रकम SEBI के खाते में जमा होगी.
SEBI की जांच में पता चला कि केतन और सालगांवकर करीब ढाई साल से इस घोटाले में लिप्त थे. ये लोग एक बड़े FPI यानी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक के ट्रेड्स की जानकारी रखते थे. ये लोग इन ट्रेड्स के आधार पर शेयर बाजार में सौदे करते थे. इस ट्रेड में इन लोगों को करोड़ों का फायदा हुआ.
दरअसल मार्केट रेगुलेटर ने जून 2023 में 17 जगहों पर छापे मारी की. इसमें पता चला कि रोहित सालगांवकर FPI के ट्रेडर्स से बातचीत करके जानकारी हासिल करता था और फिर इसे पारेख तक पहुंचाता था. पारेख ने इस जानकारी का फायदा उठाकर कई फर्जी खातों से बड़े-बड़े सौदे करता था. SEBI के मुताबिक इससे इन लोगों ने ₹65.7 करोड़ से अधिक की अवैध कमाई की है.