मार्केट रेगुलेटर SEBI इंडेक्स ऑप्शंस में ट्रेडिंग पर प्रस्तावित प्रतिबंधों में ढील देने की योजना बना रहा है. इसके लिए नेट और ग्रॉस पोजीशन लिमिट में थ्रेसहोल्ड को बढ़ाने की योजना है. ये जानकारी NDTV Profit को इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के हवाले से मिली है.
सूत्रों से ये भी पता चला है कि SEBI हर दिन के हिसाब से नेट पोजीशन लिमिट को 1,500 करोड़ रुपये और ग्रॉस लिमिट को बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये रखने की योजना बना रहा है. आपको बता दें कि मार्केट रेगुलेटर के पिछले प्रस्ताव में नेट पोजीशन को 500 करोड़ और ग्रॉस पोजीशन को 1,500 करोड़ रुपये रखने का प्रस्ताव था.
साथ में एक प्रस्ताव ये भी है कि इंडेक्स ऑप्शंस में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कोई सीमा नहीं रखी जाएगी. इसके बजाय, एक मजबूत निगरानी प्रोटोकॉल लागू किया जाएगा, जहां एक्सचेंज, SEBI के साथ मिलकर दिन में 4 बार इंट्राडे पोजीशन की निगरानी करेंगे. अगर किसी ट्रेडर का एक्सपोजर निश्चित सीमा का उल्लंघन करता है, तो रेगुलेटर संभावित हेरफेर की जांच करेगा.
जानकारी के मुताबिक ये फैसला SEBI के कंसल्टेशन पेपर पर मिले पब्लिक के सुझावों के आधार पर किया जा रहा है. आपको बता दें कि SEBI ने 25 फरवरी को एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया था जिसमें SEBI ने इक्विटी डेरिवेटिव मार्केट में ओपन इंटरेस्ट के कैलकुलेशन के लिए फ्यूचर इक्विवैलेंट तरीके को अपनाने का प्रस्ताव रखा था.