मार्केट रेगुलेटर SEBI, SME IPOs की लिस्टिंग की प्रक्रिया में बदलाव करके और सख्त करने पर विचार कर रहा है. साथ ही मार्केट रेगुलेटर एक्सचेंजों से आग्रह कर रहा है कि वे SME IPO पर निगरानी कड़ी करें. NDTV प्रॉफिट को ये भी बताया गया है कि एक्सचेंज 50 से अधिक मर्चेंट बैंकरों से मिल रहे हैं, ताकि कंपनियों की जांच पड़ताल यानी ड्यू डिलिजेंस की चिंताओं से निपटा जा सके.
मार्केट रेगुलेटर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर SME IPOs में शामिल मर्चेंट बैंकरों पर अपने ड्यू डिलिजेंस प्रोसेस को कसने पर जोर दे रहा है. SEBI चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच भी स्मॉल और मीडियम-कैप शेयरों में आए भारी उछाल को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर कर चुकी हैं. बुच ने SMEs सेगमेंट में कीमतों में संभावित हेरफेर होने की बात कही और निवेशकों से इस ज्यादा रिस्क वाले सेक्टर में निवेश करते समय सावधानी बरतने का आग्रह किया.
NDTV प्रॉफिट ने पहले ये रिपोर्ट किया गया था कि SEBI ने SME IPOs के लिए अपनी ड्यू डिलिजेंस प्रक्रियाओं में चूक की जांच करने के लिए 12 से अधिक मर्चेंट बैंकों की जांच शुरू कर दी है.
सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने स्मॉल और मिडकैप शेयरों में कीमतों में संभावित हेरफेर के बारे में चेतावनी दी थी. मार्च में, उन्होंने बाजार के कुछ क्षेत्रों में वैल्यूएशन में उछाल को एक बबल बताया था .
SEBI SME IPO लिस्टिंग प्रोसेस को अधिक मजबूत बनाने के लिए रेगुलेटरी बदलाव पर भी विचार कर रहा है.