मार्केट रेगुलेटर SEBI ने पंप एंड डंप (Pump & Dump) करने वाली 19 इकाइयों पर कुल 11.9 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. इन इकाइयों में रजनीश कुमार, आशीष पी शाह, कीर्तिदान के गाढवी भी शामिल हैं. इन 19 इकाइयों पर 10 लाख रुपये से लेकर 5 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया गया है.
इनमें 17 लोगों को 5 साल और 2 लोगों जलज अग्रवाल और अरविंद शुक्ला को 3 साल के लिए सिक्योरिटीज मार्केट में आने पर रोक लगा दी है.
बुधवार को SEBI ने जिन 19 इकाइयों पर जुर्माना लगाया, वो सुपीरियर फिनलीज लिमिटेड (Superior Finlease Ltd.) शेयर में पंप एंड डंप कर रहे थे.
पंप एंड डंप यानी भारी मात्रा में शेयर खरीदना, गलत तरीके से शेयर का दाम बढ़ाना और दाम बढ़ जाने पर शेयर बेच देना.
54 पन्ने के SEBI ऑर्डर के मुताबिक, 'SFL शेयर में बहुत बारीकी से 'पंप एंड डंप' स्कीम का इस्तेमाल किया गया है'. इसमें आगे कहा गया, 'इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड नोटिसी 1 (रजनीश कुमार) था, जो कि न केवल SFL का शेयरहोल्डर डायरेक्टर है, बल्कि SEBI रजिस्टर्ड इंटरमीडियरी इंडियन फाइनेंस गारंटी लिमिटेड का भी डायरेक्टर है'.
रजनीश कुमार ने दूसरी इकाइयों के कनेक्शन के जरिए SFL शेयर के दाम में हेर-फेर किया और इसके बाद उन 'ऑपरेटर्स' की सर्विस के जरिए कंपनी के शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स को बेच दिए.
ऑर्डर के मुताबिक, 'रिकमेंडेशन डे के दिन IFGL के जरिए ही ज्यादातर ट्रेडिंग की गई. ये वही ब्रोकिंग इकाई है, जिसका डायरेक्टर नोटिसी 1 है'.
SEBI के होल-टाइम सदस्य अश्विनी भाटिया ने ऑर्डर में लिखा, 'टेलीग्राम चैनल के जरिए मैसेजिंग की गई, जिसके चलते SFL के ट्रेडिंग वॉल्यूम में बड़ा उछाल आया'.
पब्लिक शेयरहोल्डर्स ने न केवल ऊंचे दाम पर शेयर खरीदे बल्कि बाद में लिक्विडिटी कम हो जाने की वजह से अपने शेयर को बेच भी नहीं पाए.
इस दौरान पब्लिक शेयरहोल्डर्स की संख्या में तेज उछाल आया. कंपनी के FY21 तक 526 पब्लिक शेयरहोल्डर्स थे, वहीं, FY22 में कंपनी के 6,970 पब्लिक शेयरहोल्डर्स हो गए. एक साल में ये 1,225% का बड़ा उछाल है.
SEBI ने ये भी बताया कि कंपनी की ओर से लिया गया उधार उसकी बैलेंस शीट में भी दिखाया गया है. कंपनी ने FY18 में कंपनी ने 1 करोड़ रुपये का उधार ले रखा था, जो FY21 में 72.70 करोड़ रुपये हो गया.
कंपनी के कमजोर फाइनेंशियल्स से रजनीश कुमार को पंप एंड डंप करने का तरीका सूझा. इसके लिए उन्होंने ऑपरेटर्स की मदद ली, टेलीग्राम के एडमिन से बात की और अपने लिए इतना मुनाफा जेनरेट किया, जो करने की स्थिति में कंपनी कभी थी ही नहीं.
रेगुलेटर ने अवैध तरीके से 3.89 करोड़ रुपये के मुनाफे को 12% सालाना ब्याज के साथ रिटर्न करने का निर्देश दिया है.
पूरा ऑर्डर यहां पढ़ें:
SEBI को मिली एक शिकायत के बाद ये ऑर्डर आया है, जिसमें SFL के शेयरों में गलत तरीके से हेर-फेर किए जाने की बात कही गई है.
25 जनवरी 2023 को मार्केट रेगुलेटर ने सभी इकाइयों को शो कॉज नोटिस जारी किया था, जिसके खिलाफ उन्होंने सिक्योरिटीज अपीलेट ट्रिब्यूनल (SAT) में अपील की थी.
4 मई 2023 को ट्रिब्यूनल ने मामले पर सुनवाई कर दी थी.