सोमवार को शेयर बाजार में हाहाकार देखने को मिला. बाजार में भारी गिरावट आई. दरअसल ये गिरावट पूरी तरह इंपोर्टेड थी. सुबह से ही ग्लोबल मार्केट भारी गिरावट के संकेत दे रहे थे. एशिया सहित दुनियाभर के बाजारों में कोहराम मचा.
क्यों आई गिरावट?
बाजारों में गिरावट के संकेत शुक्रवार से ही मिलने लगे थे. पिछले हफ्ते मंदी की आशंका डाओ 1.5%, नैस्डेक 2.5% तक टूटा था. सोमवार की सुबह भी डाओ कमजोर था, दोपहर होते-होते डाओ फ्यूचर्स 600 अंक से ज्यादा टूट चुका था. एशिया में जापान का बाजार निक्केई तकनीकी रूप से बीयर मार्केट में जा चुका है. जापान का बाजार निक्केई करीब 12% टूटा. कोरिया के बाजार कोस्पी पर दिन में लोअर सर्किट लगा. ये 9% गिरकर बंद हुआ. यूरोपीय बाजार 2% से ज्यादा गिरावट के साथ खुला. यानी कहीं से भी राहत मिलती नहीं दिखा.
वहीं सोमवार को रुपया भी 9 पैसे कमजोर होकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 9 पैसे गिरकर 83.84 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ.
इन खराब संकेतों से पूरे दिन भारी गिरावट देखने को मिली. सेंसेक्स 2,222 और निफ्टी 662 अंक गिरकर बंद हुआ. मिडकैप 3.55% और स्मॉलकैप 4.57% गिरा.
चौतरफा गिरावट
सेक्टर्स की बात करें, तो IT, बैंक, मेटल और रियल्टी में सबसे ज्यादा गिरावट आई. रियल्टी में गोदरेज प्रॉपर्टीज और मैक्रोटेक डेवलपर्स 5% से ज्यादा गिरे. वहीं निवेशकों के पसंदीदा रेलवे और डिफेंस में भी बड़ी गिरावट आई. रेलवे को देखें तो IRFC और इरकॉन इंटरनेशनल करीब 7% टूटकर बंद हुए. डिफेंस में मझगांव डॉक सबसे ज्यादा 6% से ज्यादा गिरा.
सरकारी बैंकों और सरकारी कंपनियों का भी बुरा हाल रहा. SBI, PNB, बैंक ऑफ बड़ौदा सभी टूटे. PSE को देखें, तो GAIL और PFC 5% से ज्यादा लुढ़के.
India VIX में 2015 के बाद सबसे बड़ी तेजी
India VIX 42% चढ़कर बंद हुआ. इंट्राडे में इसमें 50% तक की तेजी देखने को मिली. ये साल 2015 के बाद की सबसे बड़ी तेजी है. India VIX में ये तेजी दिखाती है कि आने वाले दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा.
1. अमेरिका में ब्याज का नहीं घटना और निगेटिव जॉब डेटा
US फेड ने जुलाई की पॉलिसी मीटिंग में दरों को बरकरार रखा, उसमें कटौती नहीं की. अब बाजार को ये लगता है कि अमेरिका मंदी की चपेट में आ रहा है, इसलिए फेड को जुलाई में ब्याज दरों में कटौती कर देनी चाहिए थी, सिंतबर तक काफी देर हो जाएगी. वहीं अमेरिका के बेरोजगारी दर के आंकड़े उम्मीद से बेहद खराब है. जुलाई में बेरोजगारी दर 4.3% रही है, जो कि 3 साल की सबसे ऊंची दर है. अमेरिका में लगातार चौथे महीने बेरोजगारी दर बढ़ी है.
2. जापान ने बढ़ा दी ब्याज दरें
जापान ने ब्याज दरों में 0.25% बढ़ोतरी कर आग में घी डालने का काम किया, इससे सेंटीमेंट्स बुरी तरह हिल चुके हैं. एनालिस्ट्स मान रहे हैं कि जापान ने ब्याज दरें बढ़ाने में थोड़ी जल्दबाजी कर दी है. जापान का बाजार निक्केई अब तकनीकी रूप से Bear मार्केट में आ चुका है. 11 जुलाई को निक्केई ने नया हाई बनाया था, वहां से ये अबतक 20% टूट चुका है. इसकी वजह से पूरे एशिया पर दबाव देखने को मिल रहा है.
3. कैरी ट्रेड के चलते येन में तेजी
येन में उछाल से बाजारों में हड़कंप मच गया है क्योंकि येन कैरी ट्रेड निवेशकों को अपनी पोजीशन बेचने पर मजबूर कर रहा है, क्योंकि पिछले सप्ताह बैंक ऑफ जापान ने ब्याज दरें बढ़ा दी है. इमर्जिंग मार्केट्स में ट्रेडर्स के कैरी ट्रेड के चलते जापानी करेंसी येन (Yen) में तेजी देखी गई है. एशियन ट्रेडिंग में डॉलर के मुकाबले पेसो में 2% तक की गिरावट आई, जिससे लगातार तीसरे दिन भी गिरावट जारी रही.
4. कमजोर नतीजों ने भी बिगाड़ा सेंटिमेंट
अमेरिकी बाजार में कंपनियों के बुरे नतीजों का भी असर पड़ा. ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन के तिमाही नतीजों के बाद 8.8% गिरावट देखी गई थी. वहीं कमजोर गाइडेंस और कर्मचारियों की छंटनी के ऐलान के बाद इंटेल के शेयर भी टूट गए. एनवीडिया के शेयरों में भी गुरुवार को करीब 6% और फिर शुक्रवार को करीब 2% की गिरावट देखी गई. इन नकारात्मक खबरों को भी मार्केट ने निगेटिवली लिया.
5. मिडिल-ईस्ट में बढ़ा तनाव
इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष के चलते मिडिल-ईस्ट में तनाव पहले से ही बढ़ा हुआ था, जबकि हमास चीफ की मौत के बाद तनाव काफी बढ़ गया है. इसका बाजार पर बुरा असर पड़ा है. क्रूड 8 महीने के निचले स्तर पर चला गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान ने खुले तौर पर इजरायल के खिलाफ हमले का ऐलान कर दिया है. ऐसे में जियो-पॉलिटिकल रिस्क बढ़ने से भी माहौल काफी बिगड़ा हुआ है.
निफ्टी मिडकैप-100 में 3.55% की गिरावट
TOP LOSERS
LIC हाउसिंग फाइनेंस (-8.56%)
यस बैंक (-7.47%)
BSE (-6.97%)
RVNL (-6.68%)
IDBI बैंक (-6.50%)
निफ्टी स्मॉलकैप-100 में 4.57% की गिरावट
TOP LOSERS
कंप्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज (-9.76%)
NBCC इंडिया (-7.95%)
फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस (-7.30%)
हिंदुस्तान कॉपर (-7.14%)
HFCL (-6.88%)
सेंसेक्स 78,588 पर खुला. दिन में ये 78,296 के निचले स्तर पर पहुंचा. आखिर में सेंसेक्स सेंसेक्स 2.74% या 2,222 अंक गिरकर 78,759 पर बंद हुआ. इसके 2 शेयरों में खरीदारी और 28 में बिकवाली रही.
निफ्टी 24,303 पर खुला. निफ्टी 23,894 के निचले स्तर पर पहुंचा. निफ्टी 2.68% या 662 अंक गिरकर 24,056 पर बंद हुआ. इसके 5 शेयरों में खरीदारी और 45 में बिकवाली रही.
TOP GAINERS
हिंदुस्तान यूनिलीवर (+1.02%)
टाटा कंज्यूमर (+0.70%)
नेस्ले इंडिया (+0.68%)
ब्रिटानिया (+0.51%)
HDFC लाइफ (+0.21%)
TOP LOSERS
टाटा मोटर्स (-7.40%)
ONGC (-6.39%)
अदाणी पोर्ट्स (-5.92%)
टाटा स्टील (-5.61%)
हिंडाल्को (-5.25%)
सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली. सबसे ज्यादा मेटल 5.05% गिरा. रियल्टी में 4.73% की गिरावट दिखी. वहीं PSU बैंक 4.4% गिरा.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 667 शेयर चढ़े और 3,411 शेयर टूटे. 111 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.