शेयर बाजार में ट्रेडिंग का समय नहीं बढ़ाया जाएगा, मार्केट रेगुलेटर SEBI ने NSE की ओर से दिया गया प्रस्ताव वापस लौटा दिया है. ये जानकारी NSE के CEO आशीष चौहान एक एनालिस्ट कॉल के दौरान दी है.
चौहान ने बताया कि चूंकि SEBI ने प्रस्ताव को वापस कर दिया है, इसलिए फिलहाल ट्रेडिंग का समय बढ़ाने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने बताया कि SEBI ने स्टॉक ब्रोकर्स से फीडबैक मांगे थे, लेकिन जैसा वो फीडबैक चाहते थे, उन्हें नहीं मिला.
उन्होंने बताया कि SEBI ने स्टॉक ब्रोकर्स से ट्रेडिंग का समय बढ़ाने को लेकर फीडबैक मांगा था, शायद मार्केट रेगुलेटर को वैसा फीडबैक नहीं मिला, जैसा वो चाहते थे.
आशीष चौहान ने कहा कि फिलहाल, बाजार में ट्रेडिंग का समय बढ़ाने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. चौहान के मुताबिक, अतिरिक्त लागत और तकनीकी जरूरतों को देखते हुए भी सभी स्टॉक ब्रोकर इसका समर्थन करने के इच्छुक भी नहीं हैं. यानी ब्रोकर्स के बीच ट्रेडिंग का समय बढ़ाने को लेकर सहमति नहीं बन सकी, जिसकी वजह से ये प्रस्ताव लौटा दिया गया.
देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE ने मार्केट रेगुलेटर SEBI को एक एप्लीकेशन दी थी. जिसमें डेरिवेटिव सेगमेंट में ट्रेडिंग का समय चरणबद्ध तरीके से बढ़ाने की योजना थी.
पहले चरण में शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच डेरिवेटिव बाजार को तीन अतिरिक्त घंटों के लिए खुला रखने के लिए कहा गया था. जो कि सामान्य ट्रेडिंग के समय 9:15 am -3:30 pm के बाद है.
इसके बाद दूसरे चरण में, आगे चलकर रेगुलर सेशन के खत्म होने के बाद इंडेक्स डेरिवेटिव ट्रेडिंग का समय बढ़ाकर रात 11:30 बजे तक करने की योजना बनाई गई थी.
तीसरे चरण में, कैश सेगमेंट में ट्रेडिंग का समय बढ़ाने पर विचार किया गया ताकि मार्केट पार्टिसिपेंट्स को सामान्य कारोबारी घंटों के बाद दुनिया की खबरों पर रिएक्ट करने में मदद मिल सके. कैश मार्केट ट्रेडिंग का समय बढ़ाकर शाम 5 बजे तक करने की योजना थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसोसिएशन ऑफ नेशनल एक्सचेंज मेंबर्स ऑफ इंडिया (ANMI) ने इस साल की शुरुआत में इंडेक्स फ्यूचर्स के लिए ट्रेडिंग घंटे बढ़ाने के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी.