सोमवार को खुला स्पाइसजेट (Spicejet) का 3,000 करोड़ रुपये का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट इश्यू (QIP) आज बंद हो रहा है.
स्पाइसजेट ने पैसों की तंगी और कामकाजी चुनौतियों से निपटने के लिए QIP के जरिए फंड जुटाने का फैसला किया था. QIP में 61.60 रुपये प्रति शेयर के भाव पर शेयर ऑफर किए गए हैं. ये SEBI के फ्लोर प्राइस के 4.92% डिस्काउंट पर है. कीमत NSE पर उसकी पिछली क्लोजिंग के मुकाबले 20.81% डिस्काउंट पर है.
QIP को DAM कैपिटल एडवाइजर्स मैनेज कर रहा है. इसमें 1,500 करोड़ रुपये का बेस साइज अतिरिक्त 1,500 करोड़ रुपये के ग्रीन शू ऑप्शन के साथ शामिल है. इससे कुल इश्यू साइज 3,000 करोड़ रुपये हो जाता है.
इससे पहले की एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक स्पाइसजेट बकाया लायबिलिटी को निपटाने के लिए इन फंड्स का इस्तेमाल करेगी. एयरलाइन को लेसर्स, इंजीनियरिंग वेंडर्स और सप्लायर्स को 3,700 करोड़ और स्टैच्यूरी बकाया में 650 करोड़ रुपये चुकाने हैं.
एयरलाइन के पास एक समय पर 74 एयरक्राफ्ट थे, लेकिन अब बकाये का भुगतान नहीं करने और फंडिंग की किल्लत की वजह से केवल 28 ही बचे हैं. 36 विमान ग्राउंडेड हो चुके हैं. QIP से डायलूशन पोस्ट-इश्यू पेड-अप इक्विटी शेयर कैपिटल के करीब 38% पर होने की उम्मीद है. नए शेयरों का डीमैट क्रेडिट 24 सितंबर को तय किया गया है.
एयरलाइन के वित्तीय संकट और कानूनी झगड़ों को देखते हुए ये कैपिटल जुटाने का फैसला किया गया है. इसे 13 सितंबर को शेयरधारकों ने मंजूरी दी थी. 6 सितंबर को एक इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन में स्पाइसजेट ने अपनी मुश्किलों के पीछे कई फैक्टर्स को वजह बतााय था. इनमें बढ़ती फ्यूल की लागत, भुगतान में देरी से एयरक्राफ्ट को ग्राउंडेड करना और लेसर्स के साथ जारी कानूनी लड़ाई शामिल थी.
कंपनी के शेयर 8.55% की तेजी के साथ 77.79 रुपये पर बंद हुए. शेयर में 1 जनवरी के बाद से आज की तारीख तक 104.50% और पिछले 12 महीनों के दौरान 29.41% की तेजी देखने को मिली है.