टाटा कैपिटल (Tata Capital) ने शुक्रवार को अपने IPO के लिए गोपनीय रूप से ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए. सूत्रों ने नाम न बताने की शर्त पर NDTV Profit को बताया कि इस प्रस्ताव में शेयर जारी करना और हिस्सेदारी बिक्री दोनों शामिल होंगे, जिसकी कीमत 2 बिलियन डॉलर तक होने की संभावना है.
टाटा कैपिटल के प्रस्तावित IPO में 2.3 करोड़ इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू और कुछ मौजूदा शेयरधारकों द्वारा बिक्री की पेशकश (OFS) शामिल होने की उम्मीद है.
टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवा शाखा लंबे समय से सार्वजनिक लिस्टिंग की तैयारी कर रही थी, जिसमें टाटा मोटर्स फाइनेंस के साथ मर्जर के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) की मंजूरी मिलने के बाद बाजार नियामक के पास प्रारंभिक कागजात दाखिल करने की योजना थी.
टाटा मोटर्स फाइनेंस मर्जर पर अंतिम आदेश 2025 वित्तीय वर्ष के अंत तक आने की उम्मीद थी.
NBFC को लिस्टिंग के लिए बोर्ड की मंजूरी मिल गई थी, जिसके बाद आम बैठक ने भी अपेक्षित बहुमत के साथ इसे पारित कर दिया. अपनी लिस्टिंग से पहले, टाटा कैपिटल ने फरवरी के अंत में राइट्स इश्यू के जरिए 1,500 करोड़ रुपये जुटाए. कंपनी में 93% हिस्सेदारी रखने वाली टाटा संस ने इसके पूरे राइट्स को सब्सक्राइब किया, जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्प सहित अन्य छोटे शेयरधारकों ने भी इसमें हिस्सा लिया.
कंपनी ने कहा कि उसने आय का उपयोग आगे उधार देने और लेवरेज रेश्यो में सुधार के लिए करने की योजना बनाई है. अगर लिस्टिंग हो जाती है, तो टाटा कैपिटल सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली टाटा ग्रुप की 17वीं कंपनी होगी.
NDTV Profit ने इस पर टिप्पणी के लिए कंपनी से संपर्क किया है. लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है.
इसके साथ, टाटा कैपिटल उन कंपनियों की बढ़ती कतार में नई कंपनी बन गई है, जिन्होंने पहले से ड्राफ्ट पेपर गोपनीय रूप से दाखिल किया है. पिछले महीने, एडटेक यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला ने भी EQT समर्थित इंदिरा IVF, स्विगी, क्रेडिला फाइनेंशियल सर्विसेज और विशाल मेगा मार्ट ने अपना DRHP गोपनीय रूप से दाखिल किया.
ये एक वैकल्पिक टूल है जहां कंपनियां अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस को जनता के सामने प्रकट किए बिना अपना IPO दाखिल करती हैं. SEBI ने दिसंबर 2022 में इसे शुरू किया और टाटा प्ले इसका उपयोग करने वाली पहली कंपनी बनी थी.