उत्तर प्रदेश इक्विटी मार्केट में 1 करोड़ रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है. अप्रैल में राज्य में देशभर में सबसे ज्यादा 2.2 लाख नए इन्वेस्टर्स जुड़े. इस तरह राज्य में कुल इन्वेस्टर्स की संख्या बढ़कर 1.01 करोड़ पहुंच गई.
NSE की मार्केट पल्स रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र के बाद रिकॉर्ड 1 करोड़ से ज्यादा इन्वेस्टर्स के बाद दूसरा राज्य बन गया.
बता दें कोविड महामारी के बाद देश में इनवेस्टर्स की संख्या में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. इसमें चार गुना तक वृद्धि हो चुकी है. पूरे देश के इन्वेस्टर्स में अब उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 11% हो गई है.
अब उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र को मिलाकर, दोनों राज्यों की देश के कुल इन्वेस्टर्स में हिस्सेदारी बढ़कर 28% हो गई है.
हालांकि इस तेजी के बाद भी मासिक आधार पर उत्तर प्रदेश का इन्वेस्टर्स रजिस्ट्रेशन धीमा हुआ है. बता दें मार्च में 2.4 लाख नए इन्वेस्टर्स जुड़े थे, जो अप्रैल में जोड़े गए निवेशकों से 20,000 ज्यादा थे.
जनवरी में उत्तर प्रदेश में मासिक रजिस्ट्रेशन अपने चरम पर पहुंचा था, इसके बाद से इसमें लगातार गिरावट ही आई है.
महाराष्ट्र में कुल 1 करोड़ 71 लाख निवेशक हैं. जैसा ऊपर बताया, अप्रैल में सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन उत्तर प्रदेश में हुए, इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है, जहां 1.9 लाख नए निवेशक जुड़े. ये मार्च की तुलना में 9% की गिरावट है. देश के कुल निवेशकों में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी 17% है, जबकि पहले ये लगभग 20% हुआ करती थी.
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बाद कुल निवेशकों की संख्या में तीसरा नंबर गुजरात (83 लाख), पश्चिम बंगाल (53 लाख), राजस्थान (53 लाख), कर्नाटक (52 लाख), तमिलनाडु (51 लाख), मध्य प्रदेश (45 लाख), आंध्र प्रदेश (43 लाख) और दिल्ली (43 लाख) का है.
गुजरात में अप्रैल में 94,000 नए इन्वेस्टर्स जुड़े. जबकि पश्चिम बंगाल में 1.09 लाख नए इन्वेसटर्स जुड़े. टॉप 5 राज्यों में ही देश के करीब आधे, मतलब 48.3% निवेशक हैं.